डॉ.चीमा ने शिष्टमंडल के साथ पंजाब के स्कूली विद्यार्थियों को अंग्रेजी भाषा में ज्यादा हुनरमंद बनाने के लिए विचार विमर्श किया और शिष्टमंडल ने शिक्षा मंत्री को भरोसा दिलाया कि वह इस दिशा में मिलकर कार्य करेंगे। विद्यार्थियों को रोजगार के काबिल बनाने के लिए अंग्रेजी भाषा में सुधार लाने के साथ अंग्रेजी विषय के अध्यापकों को प्रशिक्षण देने संबंधी भी विचार हुए ताकि अध्यापकों की क्षमता बढ़ाई जा सके। इस संबंधी ब्रिटिश शिष्टमंडल ने डॉ.चीमा को बताया कि वह इस दिशा में कार्य करेंगे और आगामी दिनों में विस्तृत प्रॉजेक्ट रिर्पोट बनाकर उनके साथ एक और बैठक करेंगे।
वातावरण प्रदूषण और ऊर्जा के क्षेत्र में शिक्षा विभाग द्वारा उठाए कदमों संबंधी शिष्टमंडल से बात करते हुए डॉ.चीमा ने बताया कि उनका विभाग वातावरण प्रदूषण की समस्या को गंभीरता से लेते हुए विद्यार्थियों को शिक्षित एवं जागरूक करने के लिए स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम में वातावरण विषय के अध्यायों को शामिल किया है। उन्होंने कहा कि वातावरण विज्ञान को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया गया है ताकि विद्यार्थियों को वातावरण संबंधी जानकारी दी जा सके। शिष्टमंडल से मुलाकात के दौरान डा.चीमा के साथ प्रमुख सचिव शिक्षा श्री सी राऊल तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के विशेष सचिव श्री तेजिन्द्र सिंह धालीवाल भी उपस्थित थे।