कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज से अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी में दो दिन गुजारेंगे। वे यहां विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे और कई लोगों से मुलाकात करेंगे। आज वे सुबह लखनऊ पहुंचे। एयरपोर्ट पर उत्साहित कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। यहां से वे अमेठी के लिए रवाना हो गए हैं। राहुल गांधी ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा है, अमेठी आ रहा हूं। घर के आंगन में अपनों के साथ बात-विचार होगी। खुशियों की इस कहानी के रंग आपको तस्वीरों के माध्यम से दिखाता रहूंगा।
सोनिया नहीं जा सकीं
राहुल गांधी के अमेठी दौरे के साथ ही यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी रायबरेली जाने वाली थीं। लेकिन स्वास्थ्य कारणों के चलते यह दौरा निरस्त हो गया। राहुल अमेठी में प्रधानों के साथ संवाद, नुक्कड़ सभा और कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे।
चुनावी तैयारी का शुभारंभ
इसी साल अप्रैल में आम चुनाव होना है। ऐसे में राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र जाकर वहां के लोगों से मेलजोल ताजा कर रहे हैं। राहुल गांधी सबसे पहले नहर कोठी स्थित शहीद स्मारक स्थल जाएंगे। इसके बाद फुर्सतगंज में उत्सव लीला लॉन में तिलाई विधानसभा के ग्राम प्रधानों से साथ बैठक का कार्यक्रम है। इसके बाद वे परैया नमकसार गांव जाएंगे। यहां से वह सीधे एसोसिएशन के नव निर्वाचित सदस्यों और पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे।
भुएमऊ में गुजारेंगे रात
राहुल गांधी हलियापुर में आयोजित नुक्कड़ सभा को संबोधित करने के बाद रात को भुएमऊ गेस्ट हाउस में ही ठहरेंगे ताकि स्थानीय कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर सकें। यही पर अगले दिन सुबह वह कार्यकर्ताओं के साथ लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करेंगे।
इसी महीने की शुरुआत में हुआ था दौरा निरस्त
राहुल गांधी इससे पहले जाएंगे 4 जनवरी को अमेठी आने वाले थे। लेकिन संसद सत्र चलने के कारण उस समय उनका दौरा स्थगित हो गया था। लेकिन उसी समय केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अमेठी में दौरा किया था। वे यहां राघवराम सेवा संस्थान द्वारा आयोजित कंबल वितरण समारोह में आई थीं। ईरानी ने राहुल गांधी पर हमला किया था कि वे अपने संसदीय क्षेत्र की परवाह नहीं करते और यहां नहीं आते। स्मृति ईरानी की सक्रियता से कांग्रस खेमे में बैचेनी है। अमेठी गांधी परिवार की परंपरागत सीट मानी जाती है। ऐसे में यदि स्मृति की सक्रियता यहां बढ़ती है तो यह कांग्रेस के लिए चिंता का सबब होना चाहिए। स्मृति ईरानी ने 2014 में राहुल गांधी के खिलाफ यहां से चुनाव लड़ा था। वे चुनाव नहीं जीतीं लेकिन बराबर अमेठी का दौरा करती रही हैं।