प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां पूरे भारत को स्वच्छ करने के लिए 'स्वच्छ भारत अभियान' चलाकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं, उनकी पार्टी के नेता पीएम मोदी के इस अभियान को ठेंगा दिखाने पर तुले हुए हैं। राजस्थान में भाजपा नेता और बीज निगम अध्यक्ष शंभू सिंह खेतासर का खुले में पेशाब करते हुए का फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। इस मामले में शंभू सिंह खेतासर का कहना है कि खुले में शौच करना और स्वच्छ भारत अभियान का मखोल उड़ाना दोनों अलग-अलग चीजें हैं। उनके मुताबिक खुले में शौच करना हमारे देश की परंपरा रही है, ऐसे में इसको उस तरह से नहीं देखा जाना चाहिए।
पीएम मोदी की रैली के दौरान की फोटो
वैसे तो यह फोटो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अजमेर में शनिवार को आयोजित विजय संकल्प रैली की है, लेकिन इस फोटो को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह के कमेंट सामने आने के बाद शंभू सिंह खेतासर ने सफाई दी है। लोग फोटो को लेकर बीजेपी और खुद मोदी पर निशाना साध रहे हैं। दरअसल, शंभू सिंह खेतासर अजमेर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा के दौरान राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के एक कटआउट के सामने बैठ कर पेशाब कर रहे थे, उसी दौरान किसी ने फ़ोटो क्लिक कर ली। फोटो सोशल वायरल होने के बाद खेतासर ने कहा कि वह मुख्यमंत्री की तस्वीर यह सामने पेशाब नहीं कर रहे थे, उनको खुले में जगह मिली वहां पर बैठकर पेशाब कर रहे थे।
यह हमारे देश की परंपरा: शंभू सिंह
अजीबो-गरीब तरह से खेतासर कहते हैं कि राजस्थान में खुले में बैठकर शौच करना कोई बुरी परंपरा नहीं है, बशर्ते उस इलाके में भीड़-भाड़ नहीं हो लोग अधिक नहीं रहते हो। लेकिन मजेदार बात यह भी है कि अजमेर की प्रधानमंत्री वाली सभा में खुद भारतीय जनता पार्टी ढाई लाख लोगों के एकत्रित होने की बात कहती है। ऐसे में यह बात गले उतरना मुश्किल है कि शंभू सिंह खेतासर एकांत में बैठकर शौच कर रहे थे।
फोटो वायरल होने के बाद में शंभू सिंह खेतासर सफाई देते हुए कहते हैं कि वह डायबिटीज के मरीज हैं। ऐसे में अधिक समय तक के पेशाब रोक नहीं सकते, जबकि रैली में शौच के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी। इससे पहले करीब एक साल पहले राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ के द्वारा भी खुले में शौच करते हुए फोटोज वायरल हुई थी, उसके बाद शराब ने कहा था कि वह खुद डायबिटीज के मरीज है। ऐसे में अधिक समय तक पेशाब रुकना मुनासिब नहीं है।