प्रभु ने केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ गोमतीनगर टर्मिनल के पहले चरण के कार्य का लोकार्पण किया। साथ ही टर्मिनल के दूसरे चरण के कार्य का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि गोमतीनगर रेलवे स्टेशन का डिजाइन इस तरह तैयार किया गया है, जैसा हवाई अड्डों के टर्मिनल का होता है। इसे विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के लोग देश के विभिन्न राज्यों में रहते हैं और हमारा प्रयास होगा कि यात्रियों को भरपूर सुविधा मिले। पिले दो सालों में उत्तर प्रदेश के लिए 43 हजार 453 करोड़ रुपये की लागत की परियोजनाएं मंजूर की गयी।
प्रभु ने बताया कि यात्रियों की शिकायत के लिए नए प्रबंध किए गए हैं। ई-केटरिंग के द्वारा अवधी खाना भी यात्रियों को अपनी सीट पर मिलेगा। आम आदमी की सुरक्षा के लिए एक सेफ्टी फंड भी बन रहा है।
रेल मंत्री ने कहा कि लंबे समय से रेलवे की ओर ध्यान नहीं दिया गया। यात्रियों की संख्या तो बढ़ी लेकिन साधन नहीं बढ़े। रेलवे में निवेश भी अपेक्षानुरूप नहीं हुआ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रेलवे को बड़े स्तर पर महत्व दिया। उसी का नतीजा है कि अब रेलवे में बड़े पैमाने निवेश हो रहा है। प्रभु ने बताया कि रेल को गति देने के लिए एक संयुक्त उपक्रम कंपनी का गठन किया जा रहा है। इस प्रस्ताव को 16 राज्यों ने मान लिया है। इससे रेल नेटवर्क के विकास में तेजी आएगी। देश में 400 रेलवे स्टेशनों को और अच बनाने की शुरुआत भी कर दी गई है।