बाबा केदारनाथ के दर्शन करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरिद्वार पहुंचे, जहां उन्होंने पंतजलि के आयुर्वेदिक रिसर्च सेंटर का उद्घाटन किया। इस दौरान मोदी ने कहा कि आज मेरा सौभाग्य है कि केदारनाथ जाकर बाबा के दर्शन करने का सौभाग्या मिला और वहां से आप सबके बीच आने का सौभाग्य मिला। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि योग गुरु का संकल्प और समर्पण उनकी जड़ी बूटी है। हमने स्वामी रामदेव का समर्पण बहुत करीब से देखा है। पीएम मोदी ने कहा कि अब भुलाने का वक्त नहीं है। जो श्रेष्ठ है उसपर गौरव करने का वक्त है, क्योंकि हमारे पूर्वजों ने आविष्कार में अपना पूरा-पूरा जीवन खपाया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया सिर्फ हेल्दी नहीं, अब वेलनेस की मांग कर रही है।
इससे पहले हरिद्वार में पीएम मोदी का अभिवादन करते हुए रामदेव ने कहा कि योग के लिए अब हिमालय जाने की जरूरत नहीं है. किचन के बगल में भी योग कर हम स्वस्थ्य रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमने कभी महापुरूषों को अलग-अलग नाम से कह कर सम्मानित किया ऐसे में आज पूरा देश जिनसे गौरव महसूस करता है, ऐसे 'राष्ट्र ऋषि', 'भगवान का वरदान' मोदी का स्वागत करते हैं। रामदेव ने कहा कि मोदी से पूरा देश गौरवान्वित महसूस करता है। शिखर पर पहुंचा सभी व्यक्ति मोदी में अपना स्वरूप देखते हैं।
कार्यक्रम के समय बाबा रामदेव और उनके शिष्य आचार्य बालकृष्ण वहां मौजूद रहे। बाबा रामदेव ने खुद पीएम को सारी लैब के बारे में जानकारी दी। मोदी ने लैब की हर चीज को बड़ी ही बारीकी से देखा। इसके साथ ही योगगुरु रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने पीएम मोदी को उनकी एक तस्वीर भेंट की।
गौरतलब है कि पतंजलि के आयुर्वेद रिसर्च सेंटर में करीब 200 वैज्ञानिक अलग-अलग जड़ी बूटियों पर रिसर्च होगा। आयुर्वेद रिसर्च सेंटर के साथ बाबा रामदेव ने एक हर्बल गार्डन भी तैयार किया है। यह रिसर्च सेंटर करीब 200 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है। यह देश का सबसे बड़ा आयुर्वेदिक रिसर्च सेंटर है।