जदयू झारखंड सरकार के खिलाफ राज्य भर में आंदोलन कर रहा है। 25 जून को राज्य के सभी जिला मुख्यालय पर जदयू के कार्यकर्ता-नेता धरना दे रहे हैं। पार्टी की ओर से कहा जा रहा है कि जदयू राज्य सरकार की गलत नीतियों और विफलताओं को जनता तक पहुंचाएंगी।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, इस दौरान जदयू के सांसद हरिवंश नारायण सिंह ने कहा कि झारखंड में कानून और व्यवस्था में गिरावट आई है, ईंधन की कीमतें ऊंची हैं और हर रोज बिजली कटौती हो रही है। उन्होंने कहा कि इस राज्य को बिहार की तरह जनता समर्थक नीतियों की जरूरत है।
इससे पहले पार्टी की ओर से कहा गया था कि बिहार में गठबंधन का ये मतलब नहीं कि पूरे देश में भाजपा के साथ हमारा गठबंधन है। झारखंड में उनका भाजपा से कोई लेना-देना नहीं है। जदयू झारखंड की 81 विधानसभा सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारेगी।
झारखंड में लंबे समय से जदयू और भाजपा के बीच टकराव देखा जाता रहा है। भूख से मौत के मामलों से लेकर बुनियादी सुविधाओं के ना होने का आरोप जदयू राज्य सरकार पर लगाता रहा है। जेडीयू के झारखंड प्रभारी श्रवण कुमार ने पिछले दिनों कहा था कि झारखंड खनिज संपदा के मामले में बिहार से अधिक धनी है लेकिन लोगों को बिजली, पानी और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं।