बैठक में संघ से संबद्ध संगठनों की कार्यप्रणाली पर चर्चा करने के साथ ही भावी योजनाओं पर विचार किया गया। भाजपा की ओर से रामलाल ने कामकाज की रिपोर्ट पेश की।
बैठक में जयपुर की गोशाला में हुई गायों की मौत, उत्तर प्रदेश चुनाव, गुजरात के पाटीदार आंदोलन, केंद्र और राज्य सरकारों के कामकाज पर भी मंथन हुआ। महात्मा गांधी की हत्या को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बयान का प्रत्येक स्तर पर विरोध दर्ज कराने और सभी को जांच आयोगों एवं कोर्ट के निर्णय की जानकारी देने पर भी विचार हुआ।
गौरतलब है कि संघ के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने कहा था कि नाथू राम गोडसे संघ सदस्य थे, लेकिन वह बाद में निष्क्रिय हो गए थे। राहुल गांधी सिर्फ संघ पर गांधी जी की हत्या का आरोप लगाने का काम कर रहे हैं। यदि उनके पास कोई सुबूत है तो साबित करना चाहिए। दो जांच आयोग और कोर्ट में साफ हो गया है कि इस मामले से संघ का कोई लेना-देना नहीं है।