इस तरह की राजनीतिक हिंसा के बीच हुए हमले के कुछ ही घंटे बाद कुछ अज्ञात लोगों ने आरएसएस दफ्तर से तीन किलोमीटर दूर सीपीएम कार्यालय को आग के हवाले कर दिया। आरएसएस दफ्तर पर हमले को अंजाम देने वाले हमलावरों और उनके मकसद का कुछ पता नहीं चल पाया है। हमले में घायल हुए भाजपा कार्यकर्ताओं की पहचान बाबू, विनीश, सुधीर और सुनील के तौर पर हुई है। उन्हें इलाज के लिए कोझीकोड के मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है।
आरएसएस विचारक राकेश सिन्हा ने आरोप लगाया है कि केरल के मुख्यमंत्री सीपीएम की हिंसा को शह दे रहे हैं। उन्होंने मांग की है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय इस मामले में राज्य सरकार को एडवायजरी जारी करें। वहीं, आरएसएस से जुड़े लेखक विराग पाचपोर ने भी केंद्र के दखल की मांग करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि सीपीएम की सरकार बनने के बाद आरएसएस के खिलाफ हिंसक वारदातें बढ़ी हैं।
गौरतलब है कि यह हमला आरएसएस के सह प्रचार प्रमुख कुंदन चंद्रावत के उस बयान के कुछ घंटों बाद हुआ है, जिसमें उन्होनें केरल के मुख्यमंत्री का सिर लाने पर एक करोड़ रुपये के ईनाम की बात कही थी। कुंदन चंद्रावत ने अपने बयान में इनाम देने की घोषणा केरल में स्वयं सेवकों की कथित तौर पर माकपा कार्यकर्ताओं द्वारा की गई हत्या का बदला लेने के लिए दी थी।
इसके जवाब में केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि वे संघ नेता के उस बयान से जरा भी चिंतित या परेशान नहीं है, जिसमें उनका सिर कलम करने वाले को एक करोड़ रुपए का इनाम देने की घोषणा की गई है।