इस यात्रा का अब तक उत्तर प्रदेश में प्रचार-प्रसार किया जा रहा था। पिछले साल से अब तक अलग-अलग स्थानों पर पांच जगह की यात्राएं बुजुर्गों को कराई जा चुकी है। इस यात्रा की बाकायदा एक वेबसाइट भी है, जिस पर यात्रा से संबंधित पूरी जानकारी है। यात्रियों को आने-जाने, खाने, ठहरने और जरूरत पड़ने पर चिकित्सक की मुफ्त सेवाएं मुहैया कराई जाती है।
खास बात यह है कि चुनाव पास आते ही उत्तर प्रदेश सरकार ने दिल्ली मेट्रो को अपने प्रचार का माध्यम बना लिया है। मेट्रो उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद के वैशाली मेट्रो स्टेशन तक आती है। इस मेट्रो से गाजियाबाद के गांवों और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के भी कई लोग सफर करते हैं। मेट्रो में हर जगर समाजवादी श्रवण यात्रा के विज्ञापन लगाए गए हैं। सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में बसे उत्तर प्रदेश वासियों तक यह संदेश जाना चाहिए कि वहां हर वर्ग के लिए काम हो रहा है। अखबारों और पत्रिकाओं में इस योजना के कई विज्ञापन प्रकाशित हुए हैं। लेकिन दिल्ली मेट्रो को लक्ष्य करने से यह संदेश ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचेगा। दिल्ली वासियों में भी संदेश जाएगा कि उत्तर प्रदेश अपने बुजुर्गों के लिए भी संवेदनशील है।
अखिलेश भी मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तरह किसी वर्ग का वोट छोड़ना नहीं चाहेत हैं। लैपटॉप से युवा उनके पक्ष में वैसे ही हैं। अब साल भर से चल रही योजना में अखिलेश तेजी लाना चाहते हैं और ज्यादा से ज्यादा बुजुर्गों को तीर्थस्थलों के दर्शन लाभ करा कर अपने लिए वोट लाभ चाहते हैं।