कल शाम, दिल्ली पुलिस ने दिल्ली के सीमाई जिलों और शहर के कई अन्य हिस्सों में निषेधाज्ञा लागू कर दी थी, जहां जाट आरक्षण आंदोलन के चलते प्रदर्शन की आशंका है। आज सुबह करीब 11 बजे जाट प्रदर्शनकारियों का एक छोटा समूह सिंघु बार्डर के पास पहुंचा,जिसके बाद डीसीपी और रेंज के संयुक्त आयुक्त समेत वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और हालात को नियंत्रण में लाया गया। जिन इलाकों में निषेधाज्ञा लागू की गई है उनमें से अधिकतर या तो हरियाणा के समीप सीमावर्ती इलाके हैं या वहां जाट समुदाय के लोगों की बहुलता है।
निषेधाज्ञा आदेश 18 पुलिस प्रखंडों में लगाए गए हैं जिनमें दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली के द्वारका, नजफगढ़, , बाहरी दिल्ली में अलीपुर और बवाना, दक्षिणी दिल्ली में महरौली और वसंत विहार , दक्षिण पूर्वी दिल्ली में सरिता विहार और अंबेडकर नगर, उत्तर पूर्वी दिल्ली में सीमापुरी और खजूरी खास , पूर्वी दिल्ली में मधु विहार तथा कल्याणपुरी , उत्तर पश्चिमी दिल्ली में मुखर्जी नगर तथा उत्तरी दिल्ली का पूरा इलाका शामिल है। इन 18 पुलिस प्रखंडों के क्षेत्रााधिकार में 54 पुलिस थाने आते हैं और ये शहर के एक चौथाई भूभाग में रहते हैं। जाट आंदोलन के पहले चरण में मुखर्जी नगर और नजफगढ़ तथा आसपास के इलाकों में हिंसा देखी गयी थी। फरवरी में आंदोलनरत जाट समुदाय के लोगों ने शहर में कई स्थानों पर प्रदर्शन किए थे जिनके चलते कई महत्वपूर्ण मार्गों पर यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ था।