माना जा रहा है कि हार्दिक पटेल की पाटीदार अनामत आंदोलन समिति और पाटीदार अभिनंदन समिति में पटरी नहीं बैठती है। दूसरी समिति ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं में स्वागत पोस्टर लगाना हार्दिक की समिति को रास नहीं आया है। पहले दोनों के सदस्य एक दूसरे के सहयोगी थे लेकिन जब पाटीदार आंदोलन चरम पर था तब समिति में दो धड़े बंट गए थे।
सूरत पुलिस ने इस मामले में छानबीन शुरू कर दी है और दोषियों को खोजने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। महेश सवानी ने इस पूरे घटनाक्रम के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दोषी करार दिय है, जो हार्दिक की समिति के साथ जुड़े हुए हैं। महेश सवानी ने यह भी कहा कि पाटीदार समाज को उन पर पूरा भरोसा है। पुलिस ने गश्ती दल को उस क्षेत्र में लगा दिया है जो 24 घंटे उस क्षेत्र पर नजर रखेगा।