सीवान से चार बाद सांसद रहे विवादास्पद नेता ने कहा, मेरे लिए लालू प्रसाद नेता हैं और नीतीश कुमार परिस्थितियों के मुख्यमंत्री हैं। वह आज भागलपुर संभागीय जेल से बाहर निकले और करीब तीन सौ गाडि़यों के काफिले के साथ सीवान रवाना हो गये। राजद की राष्ट्रीय समिति के सदस्य शहाबुद्दीन को राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद का करीबी समझा जाता है। नीतीश कुमार के 2005 में सत्ता में आने के बाद शहाबुद्दीन के खिलाफ कई लंबित मामले फिर से खोले गये और उन्हें जेल भेज दिया गया। हालांकि उन्होंने कहा कि जेल भेजना और रिहा करना अदालत की प्रक्रिया और उसका काम है। अदालत ने जेल भेजा और उसी ने ही उन्हें रिहा किया है।
वर्ष 2014 में सीवान में दो सगे भाइयों पर तेजाब डालकर उनकी जान लेने के मामले के एक गवाह की हत्या में आरोपित शहाबुद्दीन को बुधवार को पटना उच्च न्यायालय से जमानत मिल जाने पर उनकी रिहाई संभव हो सकी है। उन्हें करीब 12 अन्य मामलों में पहले जमानत मिल चुकी है।
भाषा