शिमला एयरपोर्ट निदेशक परविंदर तिवारी का कहना है कि शिमला के लिए फिलहाल गैर निर्धारित उड़ानें शुरू की जाएंगी जबकि व्यवसायिक उड़ानें, राज्य और एयरलाइंस कंपनियों के बीच बातचीत के बाद तय होंगी। कुछ महीने पहले सिविल एविएशन विभाग के महाप्रबंधक ने जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट पर तमाम तकनीकी सुविधाओं का जायजा लिया था। रन-वे की लंबाई और टेस्टिंग से संबंधित रिपोर्ट भी दी थी। तिवारी का कहना है कि महाप्रबंधक ने जिन खामियों का जिक्र किया था,उनमें सुधार कर लिया गया है। एयरपोर्ट के पास एक पहाड़ी पर मोबाइल टावर भी बना दिया गया है।
वर्ष 2012 में किन्हीं वजहों से जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट के रन-वे की चौड़ाई 4,100 फीट से घटकर 3,800 फीट रह गई थी। इसके बाद किंगफिशर ने शिमला के लिए अपनी फ्लाइट रद्द कर दी जबकि अन्य कंपनियों ने शिमला के लिए फ्लाइट्स की इजाजत ही नहीं दी। जाहिर है इसका पर्यटन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा। इस एयरपोर्ट पर इसी वर्ष फरवरी में ट्रायल रन के तौर पर एटीआर-42 एयरक्राफ्ट को लैंड करवाया गया। अब हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय ने शिमला एयरपोर्ट अधिकारियों को तमाम खामियों को जल्द दूर करके 15 नवंबर तक एयरपोर्ट शुरू करने के आदेश दिए हैं।