मुख्यमंत्री के रुप में शिवराज ने अपनी तीसरी पारी में ढाई साल बाद पहला मंत्रिमंडल विस्तार किया है। सबसे चौंकाने वाला नाम 2014 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए विधायक संजय पाठक का हैं। जिन्हें मंत्री बनाया गया है। भोपाल में गुरुवार शाम को पांच बजे राजभवन में हुए शपथ ग्रहण समारोह में रुस्तम सिंह, ओमप्रकाश धुर्वे, अर्चना चिटनिस और जयभान सिंह पवैया ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। वहीं विश्वास सारंग, हर्ष सिंह, ललिता यादव, संजय पाठक और सूर्यप्रकाश मीणा को राज्यमंत्री बनाया गया।
इधर शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल में विस्तार के पहले राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदलता रहा। कैबिनेट के दो बड़े मंत्रियों बाबूलाल गौर और सरताज सिंह से इस्तीफा मांगा गया। सरताज सिंह और बाबूलाल गौर दोनों ही मंत्रियों ने इस्तीफा देने से इंकार कर दिया था। बाद में सरताज सिंह ने शपथ ग्रहण समारोह के एक घंटे पहले मुख्यमंत्री को इस्तीफा भेज दिया, जबकि बाबूलाल गौर ने शपथ ग्रहण के बाद अपना इस्तीफा दिया। सूत्रों के अनुसार बाबूलाल गौर पहले इस्तीफा नहीं देने पर अड़े थे। इससे पहले बाबूलाल गौर ने कहा था, 'मेरा क्या कसूर, नहीं दूंगा इस्तीफा, चाहे मुझे बर्खास्त कर दो'।