हिंसा की घटनाओं के बाद इलाके में शांति बनाए रखने के भारी पुलिसबल तैनात किया गया है। पुलिस ने बताया कि कम से कम 6000 सिख कार्यकर्ता उनकी धार्मिक पुस्तक को कथित तौर पर अपमानित किए जाने के लिए जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार किए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। उनमें से कुछ ने पत्थर फेंकने शुरू कर दिए तो पुलिस ने उन्हें वहां से चले जाने को कहा।
फिरोजपुर रेंज के उप महानिरीक्षक अमर सिंह चहल ने बताया कि जब पुलिस अधिकारियों और सिख संगठनों के नेताओं के बीच बातचीत के सारे रास्ते बंद हो गए तो पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए 500 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। चहल ने बताया, स्थिति अब पूरी तरह से नियंत्रण में है।
फरीदकोट और मोगा जिलों के कुछ गांवों में समाज विरोधी तत्वों पर नजर रखने के लिए पुलिस गश्त लगा रही है। अधिकारियों के अनुसार भठिंडा-कोटकपूरा मार्ग पर स्थित एक धार्मिक स्थल से हाल ही में एक पवित्र पुस्तक चोरी हो गई थी। घटना की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कल एक बयान में कहा कि किसी को भी राज्य में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी।