हाल ही में एक पत्र से खुलासा हुआ है कि इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आईजीआईएमएस) की डॉक्टरों की एक टीम लालू की देखभाल के लिए उनके घर पर तैनात की गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मई में लालू यादव की तबीयत खराब हो गई थी, जिसके बाद आईजीआईएमएस के तीन डॉक्टर्स और दो नर्स को इलाज के लिए उनके घर भेजा गया। टीम ने नौ दिनों तक पूर्व सीएम की देखभाल की। हालांकि डॉक्टरों की इस टीम को किसी और ने नहीं बल्कि लालू के ही बेटे तेज प्रताप यादव ने सरकारी आवास पर भेजा था।
हालांकि आरोप है, सरकारी खर्च पर इस तरीके से इलाज कराना गलत है, ऐसे में सरकारी आवास पर लालू के इलाज की खबर के बाद लालू परिवार एक बार फिर विवादों में आ गया है। सरकारी अस्पताल के डॉक्टर पीके सिन्हा ने सफाई देते हुए कहा कि लालू जी के नाम पर कोई डॉक्टर नहीं भेजा गया।
वहीं, इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के मेडिकल सुप्रिटेंडेंट का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्री हमारे संस्थान के अध्यक्ष हैं, इसी वजह से उन्हें यह सुविधा दी गई थी। यह सुविधा किसी और अन्य व्यक्ति को नहीं दी जाती है।