हरियाण के फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ शहर में कॉलेज से पेपर देकर बाहर निकली एक छात्रा निकिता तोमर (21) की तौसीफ ने सोमवार शाम दिन दहाड़े गोली मार कर हत्या कर दी।
घटना अग्रवाल कॉलेज के सामने की सड़क पर हुई जब पेपर देने के बाद बाहर निकली बीकॉम अंतिम वर्ष की छात्रा निकिता का तौसीफ ने पिस्तौल की नोक पर अपहरण करने और कार में बिठाने का प्रयास किया। लेकिन निकिता के विरोध करने पर आरोपी जब अपने मंसूबों को अंज़ाम देने में विफल रहा तो उसने छात्रा को गोली मार दी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस दौरान आरोपी का दूसरा साथी कार में बैठा हुआ था। निकिता को उसकी सहयोगी ने बचाने का प्रयास किया लेकिन वह इसमें नाकाम रही। आरोपी वारदात के बाद फरार हो गए। यह पूरी घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने उनमें से तौसीफ को बाद में गिरफ्तार कर लिया और दूसरे युवक की तलाश कर रही है। आरोपी मेवात के रोजका मेव गांव का रहने वाला बताया जा रहा है।
उधर परिजनों का कहना है कि आरोपी ने वर्ष 2018 में ही निकिता के अपहरण का प्रयास किया था। वह उसे शादी करने का दबाव बना रहा था। उस वक्त पुलिस में आरोपी की शिकायत की गई थी। लेकिन उस समय पुलिस के कथित दबाव और कोई आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं किये जाने पर उन्हाेंने लोकलाज के चलते समझौता कर लिया। उन्होंने कहा कि पुलिस की इस ढिलाई की निकिता को अपनी जान देकर कीमत चुकानी पड़ी।
इस घटना से गुस्साये परिजन, सम्बंधी और अनेक संगठनों के लोग धरने पर बैठ गए हैं। उनकी मांग है कि प्रशासन एसआईटी गठित कर इस मामले में जल्द जांच पूरी करे और फास्टट्रैक अदालत में मामला चला कर आरोपियों को फांसी की सज़ा सुनिश्चित करे।
छात्रा के एक रिश्तेदार हाकिम सिंह ने बताया, 'वह लड़की पर बार-बार धर्म परिवर्तन करने के लिए दबाव डाल रहा था। तीन साल पहले भी उसने वारदात को अंजाम दिया था लेकिन तब हमने पंच फैसले से मामला निपटा लिया था। अब लड़के ने फिर लड़की को फोन कर शादी करने की बात कही। लेकिन लड़की ने इनकार कर दिया तो अपहरण की कोशिश की गई। अपहरण में नाकाम रहने पर गोली मारकर हत्या कर दी। प्रशासन से हमारी मांग है कि एसआईटी गठित कर मामले की जांच कराई जाए और फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामले की सुनवाई कराई जाए।