छत्तीसगढ़ के एक कद्दावर मंत्री के कथित सेक्स सीडी कांड मामले में सीबीआइ ने संदिग्धों पर शिकंजा कड़ा कर दिया है। सेक्स सीडी कांड से जुड़े संदिग्ध रिंकू खनूजा ने आत्महत्या कर ली है। रायपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने बताया कि रिंकू खनूजा कथित सेक्स सीडी कांड में संदिग्ध था और उससे पूछताछ चल रही थी। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का संदेह है। बताया जा रहा है कि पिछले कई दिनों से सीबीआई उससे कड़ी पूछताछ कर रही थी।
रिंकू खनूजा ने गोवर्धन चौक स्थित अर्जुन ऑटोमोबाइल की दुकान की दूसरी मंजिल पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सेक्स सीडी कांड मामले में चल रही सीबीआइ की पूछताछ के दौरान रिंकू खनूजा की आत्महत्या ने सनसनी फैला दी है। दरअसल बताया जाता है कि सीबीआइ को यह इनपुट मिला था कि मंत्री राजेश मूणत की कथित सेक्स सीडी मामले में उसकी भी भूमिका है। इस आधार पर ही सीबीआइ ने खनूजा को पूछताछ के लिए बुलाया था। खनूजा पेशे से ऑटोमोबाइल व्यवसायी था।
सीबीआइ ने की थी कड़ी पूछताछ
चर्चा है कि सीबीआइ ने अपनी पूछताछ के दौरान भाजपा नेता कैलाश मुरारका, एक बड़े उद्योगपति और खनूजा को आमने-सामने बिठाकर कड़ी पूछताछ की थी। सूत्र बताते हैं कि सीबीआइ को जांच के दौरान यह जानकारी मिली है कि भाजपा नेता और उद्योगपति के साथ मिलकर ही खनूजा ने सीडी तैयार की है, हालांकि यह पूरा मामला फिलहाल जांच के दायरे में है। कथित सेक्स सीडी कांड में पत्रकार विनोद वर्मा की गिरफ्तारी हुई थी। वे अभी जमानत पर है और हर महीने सीबीआइ के रायपुर दफ्तर में हाजिरी देते है। सीडी कांड में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल से भी पूछताछ हो चुकी है।
परिवार को आखिरी मैसेज
बताया जा रहा है कि रिंकू खनूजा ने सोमवार की सुबह नौ बजे अपने परिवार को आखिरी मैसेज भेजा था। मैसेज में उसने लिखा था कि-मेरा आखिरी नमस्कार। फिलहाल खनूजा की आत्महत्या किए जाने की वजह साफ नहीं है। पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है। इधह रिंकू खनूजा की मां ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि एक तारीख के बाद से लगातार हर दिन सीबीआइ उसे पूछताछ के बहाने लेकर जाती थी। सोमवार को भी सीबीआइ के बुलावे पर रिंकू सुबह आठ बजे घर से निकला था, लेकिन उसके बाद से वह वापस नहीं लौटा।
जज की निगरानी में हो जांचः कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि रिंकू खनूजा के मौत की जांच सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाए। इसके साथ ही मंत्री राजेश मूणत की कथित सीडी कांड की जांच में रिंकू खनूजा महत्वपूर्ण कड़ी था। इसे देखते हुये सीबीआइ द्वारा की जा रही जांच भी अब आगे सुप्रीम कोर्ट के वर्तमान जज की निगरानी में करना आवश्यक है ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति से बचा जा सके। कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया जी शुरू से ही इस मामले की न्यायाधीश की देखरेख में जांच की बात कहते रहे है। अगर उनकी बात मान ली गई होती तो पुलिस प्रताड़ना की यह स्थिति नहीं बनी होती।