जम्मू के आईजी दानिश राणा ने बताया कि तीन ग्रामीणों को बंधक बनाने वाले आतंकवादी को पकड़ा गया है। शुरुआती पूछताछ में इसने अपना नाम कासिम खान उर्फ उस्मान बताया है और वह पाकिस्तान के फैसलाबाद का रहने वाला है। बुधवार को जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर उधमपुर जिले में हुए आतंकी हमले में बीएसएफ के दो जवान शहीद हो गए जबकि 11 अन्य घायल हैं। जवाबी कार्रवाई में एक हमलावर को मार गिराया गया। कहा जा रहा है कि मुंबई आतंंकी हमले के दौरान पकड़े गए अजमल कसाब के बाद पहली बार कोई आतंकी हमले के दौरान जिंदा पकड़ा गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, बीएसएफ का काफिला जब जम्मू से श्रीनगर जाते समय नस्सु बेल्ट पहुंचा तभी सेना की वर्दी पहने आतंकवादियों ने ग्रेनेड से हमला बोल दिया और बस पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी गोलीबारी में एक आतंकवादी मारा गया जबकि एक आतंकवादी तीन स्थानीय लोगों को बंधक बनाता हुअा पास के गांव में घुस गया। जब उसे सुरक्षाबलों के आने और साथी के मारे जाने की खबर मिली तो वह भागने की कोशिश करने लगा। लेकिन बंधक बनाए गए ग्रामीणों में बहादुरी का परिचय देते हुए सेना और पुलिस की मदद से उसे धर दबोचा। करीब 20 साल के इस आतंकवादी को सुरक्षाबलों ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। एके47 से लैस इस आतंकी को कब्जे में लेने के लिए बंधक ग्रामीणों ने काफी हिम्मत दिखाई।
आतंकी को दबोचने में शामिल ग्रामीणों ने बताया कि पकड़ा गया आतंकी भूखा था और वहां से भागना चाहता था। लेकिन जब तक पुलिस पहुंचती उन्होंने उसे दबोचे रखा। उधमपुर के डीसी ने बताया कि जिस जगह आतंकियों ने हमला किया है वहां से 45 मिनट पहले ही अमरनाथ यात्रियों का जत्था गुजरा था। उधमपुर में करीब एक दशक बाद हुए आतंकी हमले को लेकर गृह मंत्रालय ने आपात बैठक बुलाई है। पंजाब के गुरदासपुर जिले में दीनानगर थाने पर हुए आतंकी हमले के बाद यह दूसरा बड़ा आतंकी हमला है।
भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच होने वाली वार्ता से सिर्फ हफ्ते भर पहले हुआ यह आतंकी हमला कश्मीर में बिगड़ते हालात को जाहिर करता है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि कश्मीर के हालात पहले ही खराब हैं और अब आतंकवाद का नया दौर शुरू हो गया है। जिस इलाके से हम आतंकवाद को खत्म कर चुके थे, वहां दोबारा आतंकी हमला राज्य सरकार की नाकामी का सबूत है।