महाराष्ट्र विधानसभा के सोमवार से शुरू हो रहे बजट सत्र में शिवसेना के दोनों गुटों के बीच चल रही राजनीतिक व कानूनी लड़ाई की गूंज सुनाई देने की आशंका है।
इससे पहले, विपक्षी दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) और कांग्रेस ने रविवार को सरकार द्वारा आयोजित ‘चाय पार्टी’ का बहिष्कार किया था। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बहिष्कार के कदम को लेकर विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि अच्छी बात है कि आतंकवादी दाऊद इब्राहिम के साथ संबंध रखने वाले नहीं आए।
शिंदे का इशारा संभवत: राज्य के पूर्व मंत्री एवं राकांपा नेता नवाब मलिक की ओर था, जो दाऊद इब्राहिम तथा उसके साथियों की गतिविधियों से जुड़े धनशोधन के मामले में पिछले साल गिरफ्तारी के बाद से जेल में हैं।
बजट सत्र संयुक्त बैठक में नव-नियुक्त राज्यपाल रमेश बैस के पहले संबोधन के साथ शुरू होगा। उप-मुख्यमंत्री एवं राज्य के वित्त मंत्री देवेंद्र फडणवीस नौ मार्च को विधानसभा में शिंदे की अगुवाई वाली सरकार का पहला बजट पेश करेंगे।
महा विकास आघाड़ी (एमवीए) इस एक महीने लंबे सत्र के दौरान सार्वजनिक हित के मुद्दों पर शिंदे-भाजपा सरकार को घेरने की कोशिश करेगा। एमवीए में राकांपा, कांग्रेस और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) शामिल हैं।