उत्तर प्रदेश के कासगंज में हालात अब भी नहीं सुधरे हैं। शनिवार रात फिर से हिंसा भड़की और उपद्रवियों ने कई इलाकों में तोड़फोड़ और आगजनी की।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, कल रात कम से कम तीन दुकानों, दो निजी बसों और एक कार में आग लगा दी गई।
पुलिस ने कहा कि 28 नवंबर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में प्रभावित क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाएं भी स्थगित कर दी गई हैं। ताकि वहां सोशल मीडिया पर अफवाह ना फैल सके।
पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) आनंद कुमार ने पीटीआई से कहा, "दंगाइयों द्वारा तीन दुकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है, शटर के नीचे पेट्रोल डालकर आग लगाकर आग लगा दी गई।"
Kasganj: Three vehicles set ablaze in two separate incidents in Nadrai & Chungi; Aligarh Division Commissioner SC Sharma says,'we are patrolling the area & trying to avoid such incidents. This incident took place in outskirts & so we don't have much info about it' #KasganjClashes pic.twitter.com/3x8oRvKVYv
— ANI UP (@ANINewsUP) January 27, 2018
जिलाधिकारी आर पी सिंह ने कहा, "28 जनवरी को रात 10 बजे तक प्रभावित इलाके में इंटरनेट सेवा को निलंबित कर दिया गया है।"
प्रधान सचिव (गृह) अरविंद कुमार ने कहा, " कल दो मामले दर्ज किए गए। दो मामलों में नौ गिरफ्तारियां हुईं। इसके अलावा 40 और गिरफ्तारियां हुई हैं। इनमें वीएचपी नेता साध्वी प्राची भी हैं, जिन्हें एटा आते वक्त पुलिस ने गिरफ्तार किया।
गौरतलब है कि कासगंज में दो गुटों के बीच हुए संघर्ष में 22 साल के चंदन गुप्ता की मौत हो गई थी। ये घटना तब हुई थी, जब विश्व हिंदू परिषद और अखिल भारतीय विद्यार्थी के कार्यकर्ताओं तिरंगा बाइक रैली निकाल रहे थे। इस टकराव में नौशाद नाम का एक व्यक्ति भी घायल हो गया, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।