आयोग की सदस्य हेमलता खेरिया ने कहा, यह दुखद है कि 17 राज्यों ने अभी तक ऐसी महिलाओं की पहचान नहीं की है जो मैला ढोने में शामिल हैं। सर्वेक्षण रिपोर्ट अभी तक उनके पास लंबित है और एनसीडब्ल्यू को अभी तक ये रिपोर्ट नहीं मिली है। इस रिर्पोट से मैला ढोने में शामिल महिलाओं की संख्या की जानकारी मिल सकेगी।
एनसीडब्ल्यू और सामाजिक विकास फाउंडेशन की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने आईं खेरिया ने मैला ढोने वाली महिलाओं और इस काम को छोड़ चुकी महिलाओं से बातचीत भी की।