छठे चरण में नेपाल से सटे महराजगंज और कुशीनगर के साथ-साथ गोरखपुर, देवरिया, आजमगढ़, मउ तथा बलिया जिलों में मतदान सुबह सात बजे शुरू हो गया, जो शाम पांच बजे तक चलेगा। जो भी मतदाता शाम पांच बजे तक मतदान केन्द्र में आ जाएंगे, उन्हें वोट डालने दिया जाएगा।
छठे चरण में 77 लाख 84 हजार महिलाओं समेत करीब एक करोड़ 72 लाख 86 हजार 327 मतदाता 63 महिलाओं सहित कुल 635 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला कर सकेंगे। इसके लिए 10 हजार 820 मतदान केन्द्र तथा 17 हजार 926 मतदेय स्थल बनाए गए हैं।
गौरतलब है कि वर्ष 2012 में इन सीटों में से सपा ने 27, बसपा ने नौ, भाजपा ने सात तथा कांग्रेस ने चार सीटें जीती थीं, जबकि दो सीटें अन्य के खाते में गई थीं।
इस चरण में सबसे ज्यादा 23 उम्मीदवार गोरखपुर सीट पर मैदान में हैं, जबकि सबसे कम सात-सात उम्मीदवार आजमगढ़ सदर तथा मउ जिले की मोहम्मदाबाद गोहना सीट से किस्मत आजमा रहे हैं।
इस चरण की मतदान प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए 2007 माइक्रो आब्जर्वर, 1221 सेक्टर मजिस्टेट, 123 जोनल मजिस्टेट तथा 139 स्टैटिक मजिस्टेट तैनात किए गए हैं। इसके अलावा 48 जनरल आब्जर्वर, 12 व्यय प्रेक्षक तथा पांच पुलिस पर्यवेक्षकों की भी तैनाती की गई है।
छठे चरण में भाजपा के हिन्दुत्ववादी नेता एवं सांसद आदित्यनाथ के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र गोरखपुर और माफिया-राजनेता मुख्तार अंसारी के क्षेत्रा मउ तथा केन्द्रीय मंत्री कलराज मिश्र के संसदीय क्षेत्र देवरिया में चुनाव पर खास नजर रहेगी।
सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र आजमगढ़ में विधानसभा की 10 सीटें हैं। वर्ष 2012 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में सपा ने इनमें से नौ सीटें जीती थीं। हालांकि मुलायम ने इस बार आजमगढ़ में एक भी रैली को सम्बोधित नहीं किया है।
प्रदेश का विधानसभा चुनाव सात चरणों में होगा। आखिरी चरण का चुनाव आठ मार्च को होगा और नतीजे 11 मार्च को आएंगे। भाषा