यह मामला उत्तर प्रदेश का है। जहांगीर, दिलशाद और असलम राजस्थान के अजमेर से ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह से जियारत करके वापस आ रहे थे।
उनकी कार गाय को बचाने की कोशिश में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। खबरों के मुताबिक जब ड्राइवर ने सड़क पर आ गई एक गाय को बचाने के लिए गाड़ी को अचानक से दाएं घुमाया, तो कार डिवाइडर से टकरा गई। यह दुर्घटना लखनऊ से लगभग 60 किलोमीटर दूर उन्नाव में हुई। मारे गए लोग बिहार के रहने वाले थे।
द टेलीग्रीफ के अनुसार कार में छह लोग सवार थे। सभी 14 जुलाई को अजमेर पहुंचे थे। बिहार वापस होने से पहले वे एक दिन दिल्ली में रुके और अपनी कार की मरम्मत करवाई। दिल्ली से सभी असलम के बेटे का अलीगढ़ स्थित एक पब्लिक स्कूल में भर्ती कराने के लिए गए। वहां से लख्ानऊ जाते हुए यह हादसा हुअा।