कर्नाटक के बेल्लारी जिले के विजयनगर से कांग्रेस विधायक आनंद सिंह और रमेश जरकीहोली ने अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार को अपना त्यागपत्र सौंप दिया है। इन इस्तीफों ने एक बार उन अटकलों को बल देने का काम किया है कि पार्टी के अंदर बगावत फिर से शुरू हो गई। इसके बाद बेंगलुरू में कांग्रेस नेता सिद्धारमैया के आवास पर बैठक बुलाई गई है।
इससे पहले आनंद सिंह ने यह कदम ऐसे समय पर उठाया है जब राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी अमेरिका में हैं और वह आठ जुलाई को राज्य वापस आएंगे। सिंह को विधानसभा में मंत्री पद की उम्मीद थी।
कांग्रेस ने दिलाया था भरोसा
पिछले साल कांग्रेस नेतृत्व ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि उन्हें मंत्री बनाया जाएगा। हालांकि दो बार कैबिनेट गठन के बावजूद उनके हाथ खाली ही रहे। सिंह कुछ महीने पहले चर्चा में तब आए थे जब उनकी साथी विधायक कांपली गणेश ने रिसॉर्ट में पिटाई कर दी थी। यहां सभी कांग्रेस विधायकों को भाजपा में जाने से रोकने के लिए ठहराया गया था।
12 जुलाई से राज्य के विधानसभा सत्र की शुरूआत
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा साफ कर चुके हैं कि उन्हें भाजपा नेतृत्व ने ऑपरेशन लोटस में शामिल न होने का निर्देश दिया है क्योंकि उनका मानना है कि गठबंधन सरकार खुद ही गिर जाएगी। वहीं, सिंह का इस्तीफा देना सवाल खड़ा करता है कि क्या ऑपरेशन लोटस अभी भी जारी है। 12 जुलाई से राज्य के विधानसभा सत्र की शुरूआत हो रही है।
यह मेरे लिए थोड़ा चौंकाने वाला है: डीके शिककुमार
कर्नाटक मंत्री और कांग्रेस नेता डीके शिककुमार ने विधायक के इस्तीफे को लेकर कहा, 'निश्चित तौर पर, यह मेरे लिए थोड़ा चौंकाने वाला है। मैं उनका पता लगाने की कोशिश कर रहा हूं लेकिन ढूंढ नहीं पाया हूं। मुझे अध्यक्ष से मिलकर देखना होगा की यह सही है या नहीं।'