मंगलवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कुलकर्णी पर कालिख पोतने वाले छह शिवसेना कार्यकर्ताओं से अपने आवास मातोश्री में मुलाकात की और उन्हें शाबाशी भी दी। शिवसेना के इन कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी के पुस्तक के विमोचन का विरोध करते हुए कल ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ) के प्रमुख सुधींद्र कुलकर्णी के चेहरे पर कालिख पोत दी थी।
गजानंद पाटिल, दिनेश प्रसाद, अशोक वाघमारे, प्रकाश हस्बे, समाधान जाधव और वेंकेटेश नायर नाम के छह शिवसैनिकों को कल घटना के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था, हालांकि बाद में ये सभी जमानत पर छोड़ दिए गए थे। जानकारी के अनुसार शिवसेना विभाग प्रमुख मंगेश सतमाकर इन कार्यकर्ताओं को लेकर मातोश्री पहुंचे जहां उद्धव ठाकरे ने बारी-बारी से इन सभी कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उन्हें शाबाशी दी।
उधर, कल कसूरी की पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम का आयोजन करने वाले कुलकर्णी ने आज कहा है कि वह पाकिस्तान के एजेंट नहीं बल्कि शांति के एजेंट हैं। उन्होंने शिवसेना से कहा कि वे लोगों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान करें। संवाददाताओं से बात करते हुए कुलकर्णी ने कहा, शिवसेना के मुखपत्र सामना में मुझे पाकिस्तानी एजेंट कहा गया है। मैं उनकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान करता हूं। उनको भी दूसरों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान करना चाहिए।