महाराष्ट्र के कद्दावर दलित नेता और केंद्र में सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास अठावले को रविवार की रात विरोध का सामना करना पड़ा। दलित कार्यकर्ताओं के एक समूह ने उनके खिलाफ नारेबाजी की। घटना औरंगाबाद स्थित डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय की है।
1990 के दशक में दलितों के जोरदार आंदोलन के बाद राज्य सरकार ने मराठवाड़ा विश्वविद्यालय का नामकरण बाबासाहेब के नाम पर किया था। भीमा-कोरेगांव हिंसा के बाद राज्य के दलित संगठनों ने एक मंच पर इसकी वर्षगांठ मनाने का फैसला किया था। लेकिन, अठावले के नेतृत्व वाले रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के कार्यकर्ताओं ने इस कार्यक्रम के लिए अलग से मंच बनाया था।
कुछ दलित कार्यकर्ताओं ने इसका जोरदार विरोध किया। जब अठावले कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे तो इनलोगों ने सभा में कुर्सियां उछाली और उनके खिलाफ नारे लगाए। इसके बावजूद अठावले ने बोलना जारी रखा। इस दौरान समर्थकों ने उनके चारों तरफ घेरा बना रखा था। सहायक पुलिस आयुक्त नागनाथ कोडे ने बताया कि पुलिस ने करीब 130 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया था, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।