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उत्तर प्रदेश के कन्नौज में एंबुलेंस से की जा रही माल ढुलाई, मरीजों का हाल बेहाल

उत्तर प्रदेश में एक बार फिर राज्य सरकार की मेडिकल व्यवस्था सवालों के घेरे में आ गई है। पहले ऑक्सीजन की...
उत्तर प्रदेश के कन्नौज में एंबुलेंस से की जा रही माल ढुलाई, मरीजों का हाल बेहाल

उत्तर प्रदेश में एक बार फिर राज्य सरकार की मेडिकल व्यवस्था सवालों के घेरे में आ गई है। पहले ऑक्सीजन की कमी के चलते मासूमों की मौत फिर एंबुलेंस न मिलने पर ऑक्सीजन सिलेंडर कंधे पर लेकर घूमने की खबर के बाद अब ताजा मामला एंबुलेंस से मरीज नहीं बल्कि माल ढुलाई करने का सामने आया है। प्रदेश में हो रहे इस तरह के मामलों से न सिर्फ मरीजों का हाल बेहाल है बल्कि प्रशासन पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।

न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, यह मामला प्रदेश के कन्नौज का है, जहां एंबुलेंस का उपयोग मरीजों के लिए नहीं बल्कि माल ढुलाई के लिए किया जा रहा है। इन तस्वीरों में देखा जा सकता है कि एंबुलेंस में मरीज नहीं बल्कि कुछ डिब्बे रखे हैं जिन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाया जा रहा है।


 

उल्लेखनीय है कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में एंबुलेंस में ऑक्सीजन ना होने के कारण एक 45 वर्षीय व्यक्ति उमेश शर्मा की मौत हो गई थी। परिजनों ने 108 एम्बुलेंस पर लापरवाही और ड्राईवर पर बदतमीजी का आरोप लगाया था। साथ ही, 108 नंबर के एंबुलेंस के हेल्पर ने ऑक्सीजन ना होने की बात भी स्वीकार की थी।

मामला सहारनपुर के थाना जनकपुरी इलाके के पुष्पांजलि विहार का था जहां पर रहने वाले उमेश शर्मा के परिवार ने उनकी हालत खराब को देखकर 108 नंबर पर एंबुलेंस के लिए कॉल किया। कॉल करने के लगभग 20 से 25 मिनट बाद एंबुलेंस घर पर पहुंची। परिजनों ने एंबुलेंस चालक से पहले ही ऑक्सीजन होने की बात पूछी थी जिस पर ड्राइवर ने कहा था कि गाड़ी में ऑक्सीजन है।

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