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राज्यपाल के कहने पर भी लॉ एंड ऑर्डर को गंभीरता से नहीं ले रही यूपी सरकार: अखिलेश

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि...
राज्यपाल के कहने पर भी लॉ एंड ऑर्डर को गंभीरता से नहीं ले रही यूपी सरकार: अखिलेश

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी का लोकतंत्र में विश्वास है, क्योंकि जनता की असली ताकत लोकतंत्र ही है। भाजपा राज में लोकतंत्र को जानबूझकर कमजोर किया गया है। कानून व्यवस्था बदतर हुई है। नौजवान कुंठित है और महिलाएं-बच्चियां तक असुरक्षित हैं। अल्पसंख्यक दहशत में हैं। राज्यपाल के भी बार-बार कहने के बावजूद कि कानून-व्यवस्था में सुधार की जरूरत है, राज्य सरकार ने इसको कभी गंभीरता से नहीं लिया।

वह सोमवार को पार्टी मुख्यालय में एकत्र कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने इतना झूठ बोला है कि अब उनका कोई विश्वास नहीं करता है। लोगों का भाजपा सरकारों से मोहभंग हो गया है। जनता को धोखा देने में वे माहिर हैं। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों को धोखे में रखा जा रहा है। समाजवादी सरकार के कामों को अपना बताना और उद्घाटन करना भाजपा की पराजय है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि असली मुद्दों से ध्यान हटाने की ताकत भाजपा के पास है। वह भटकाव करने की कला जानती है। राजनीति के लिए, वोट के लिए वह समाज में नफरत फैलाने में लगी है। उसने समाज में अविश्वास पैदा किया है जिससे सामाजिक सद्भाव बिगड़ा है। नोटबंदी-जीएसटी से कारपोरेट को तो लाभ मिला है जबकि उससे भारत की अर्थव्यवस्था बर्बाद हो गई है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री विदेशों के दौरों में व्यस्त रहते हैं, जबकि किसान यहां कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर रहे हैं। विदेश में कहीं किसानों द्वारा आत्महत्या किए जाने की बात सुनने को नहीं मिलती है। भाजपा सरकार ने किसानों के उत्पाद विपणन के लिए मंडी पर कोई काम नहीं किया। समाजवादी सरकार में मंडियों की व्यवस्था की गई थी। भाजपा सरकार रागद्वेष से काम कर रही है।

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकारों के पास विकास की अपनी कोई योजना नहीं, जिसे पूरा किया हो। बेकारी, बीमारी, शिक्षा के क्षेत्र में कोई काम नहीं हुआ है। विकास का बुनियादी ढ़ांचा रुक गया है। गंगा की सफाई नहीं हुई। यमुना प्रदूषित है। हिंडन नदी मैली है। उन्होंने कहा पहले पानी मरता है, फिर मछली मरती है। समाजवादी सरकार ने गोमती नदी पर खूबसूरत रिवरफ्रंट बनाया था उसे बर्बाद कर दिया गया। उन्होंने कहा कि महाकवि नीरज मुख्यमंत्री के पास दो बार यशभारती सम्मान की बहाली और पेंशन जारी करने की मांग के लिए गए थे। उनके निधन के बाद आधी अधूरी पेंशन की घोषणा की गई। सरकारों को बड़े दिल से निर्णय करना चाहिए। दुनिया के बहुत से देष 50 वर्षों में ही भारत से बहुत आगे निकल गए हैं, लेकिन भाजपा ने ऐसा रास्ता दिखा दिया है कि पूरी की पूरी पीढ़ी अकर्मण्यता की शिकार हो गई है। एक पीढ़ी तो बिना रोजगार के रह जाएगी। उन्होंने कहा कि 2019 और 2022 में दो बड़े अवसर मतदाताओं को मिलेंगे। देखना, ये हाथ से न निकल जाएं।

इस दौरान राजेन्द्र चौधरी, नरेश उत्तम पटेल, कमाल अख्तर एसआरएस यादव, अरविन्द कुमार सिंह और डॉ. राजपाल कश्यप मौजूद थे।

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