उत्तर प्रदेश सरकार ने शनिवार को राज्य में पुलिस कांस्टेबलों की भर्ती के लिए हाल ही में आयोजित परीक्षा रद्द करने की घोषणा की। इसके साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने एग्जाम कब होगा, इसका भी ऐलान किया है।
'एक्स' पर एक पोस्ट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि छह महीने के भीतर परीक्षा दोबारा आयोजित करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
उन्होंने हिंदी में एक पोस्ट में कहा, "परीक्षाओं की पवित्रता के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता है। युवाओं की कड़ी मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वालों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे उपद्रवी तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई निश्चित है।"
.@Uppolice आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर चयन के लिए आयोजित परीक्षा-2023 को निरस्त करने तथा आगामी 06 माह के भीतर ही पुन: परीक्षा कराने के आदेश दिए हैं।
परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
युवाओं की मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी दशा में बख्शे नहीं…
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 24, 2024
गौरतलब है कि परीक्षा 17 और 18 फरवरी को आयोजित की गई थी। परीक्षा को लेकर तरह तरह के सवाल खड़े हुए थे। पेपर लीक से जुड़े मामलों पर लंबी बहस हुई। इसके बाद अब योगी सरकार ने आखिर परीक्षा रद्द कर दी।
यूपी सरकार ने भी समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ/एआरओ) की परीक्षा में कथित अनियमितताओं और धांधली की जांच कागजी तौर पर नहीं बल्कि शासन स्तर पर कराने का आदेश जारी कर दिया है। आदेश में कहा गया, "उम्मीदवार 27 फरवरी तक @[email protected] पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इससे पहले पुलिस भर्ती बोर्ड भी कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में कथित धांधली की जांच कर रहा है।"
इससे पहले 19 फरवरी को अखिलेश यादव ने पेयर लीक नहीं रोक पाने को लेकर यूपी बीजेपी सरकार की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था, ''यूपी पुलिस परीक्षा लीक होने की खबर के बीच सरकार दावा कर रही है कि सब कुछ ठीक से हुआ है। अगर ऐसा है तो सरकार को वादा करना चाहिए कि 100 फीसदी अंक लाने वाले सभी लोगों को नौकरी के लिए योग्य माना जाएगा, चाहे यह 1 लाख या 10 लाख है। क्योंकि एक अभ्यर्थी के साथ एक परिवार के लगभग 5 लोग जुड़े होते हैं। इसलिए यह परीक्षा 50 लाख अभ्यर्थियों के परिवारों के 2.5 करोड़ लोगों के साथ एक खुला धोखा है।"
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी शुक्रवार को कथित पेपर लीक को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, "पुलिस भर्ती पेपर लीक को लेकर लखनऊ से लेकर प्रयागराज तक युवा सड़कों पर हैं। और वहां से सिर्फ 100 किलोमीटर दूर वाराणसी में प्रधानमंत्री युवाओं को गुमराह कर रहे हैं।"
इस बीच शनिवार को यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2024 में शामिल होने वाले सैकड़ों उम्मीदवार शुक्रवार को लखनऊ के इको गार्डन में एकत्र हुए और दोबारा परीक्षा की मांग को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। परीक्षा रद्द करने की घोषणा होते ही दोबारा परीक्षा कराने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी छात्र जश्न मनाते नजर आए।
सोमवार को यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने पेपर लीक और सोशल मीडिया पर वायरल प्रश्नपत्र और उत्तर पुस्तिकाओं के आरोपों की जांच के लिए एक आंतरिक समिति का गठन किया था।