यूपी के बाराबंकी जिले में एक के बाद एक नौ लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत से जिले में हड़कंप मच गया है। डॉक्टरों ने मौत की वजह जहरीली शराब बताया है। इस घटना के बाद गुरुवार को एक जांच दल बाराबंकी जिले के थल खुर्द गांव में आगे की जांच के लिए पहुंचा।
अतिरिक्त जिलाधिकारी अनिल सिंह ने इस खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि यह घटना बुधवार सुबह सामने आई, जब मृतक के रिश्तेदारों ने यह स्वीकार किया कि शराब पीने के बाद ही लोगों की तबियत खराब हुई।
सीएम ने आश्रितों को दी आर्थिक मदद
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बाराबंकी की घटना को दुखद बताते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने इस घटना में अपनी जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
सीएम ने इस घटना में बीमार हुए व्यक्तियों की डायलिसिस सहित अन्य इलाज की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को दिए हैं। मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव आबकारी तथा प्रमुख सचिव गृह को निर्देश दिए हैं कि इस घटना की जांच आबकारी एवं गृह विभाग की संयुक्त टीम से कराई जाए।
Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath announced an ex-gratia of Rs 2 Lakh each to the next of kin to the people who died in #Barabanki. The CM also directs a joint team of Excise department and Home Ministry to investigate the matter.
— ANI UP (@ANINewsUP) January 11, 2018
अखिलेश यादव बोले, सरकार को जवाब देना चाहिए कि ऐसा क्यों हुआ?
यह मामला सामने आने के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राज्य सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश ने कहा कि अवैध शराब के कारण लोगों ने बाराबंकी में अपनी जिंदगी खो दी है। सरकार को जवाब देना चाहिए कि ऐसा क्यों हुआ? यदि वे कारण जानते हैं, तो उन्हें खुद को शीशे में देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसी तरह की घटनाएं एटा में भी हुईं।
People have lost lives in #Barabanki due to illicit liquor. The govt must answer why were lives lost like that? If they know the cause, they must look at themselves in the mirror. Similar incidents had occurred in Etah too: Akhilesh Yadav pic.twitter.com/rVqQDLuhLV
— ANI UP (@ANINewsUP) January 11, 2018
लोगों ने किया था स्प्रिट शराब का सेवन: डॉक्टर
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर ने यह भी बताया कि मृतकों ने 'स्प्रिट शराब' का सेवन किया था, जो उनकी मौत का कारण है। हालांकि, जिला के एक्साइज विभाग ने दावा किया है कि ठंड लगने के कारण समारोह में शामिल होने आए लोगों की मौत हुई। प्रशासनिक अधिकारियों सहित एक्साइज विभाग इस मामले की जांच में जुटा हुआ है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ‘स्प्रिट शराब' का सेवन करने वालों को बुधवार रात देर रात लखनऊ ट्रामा सेंटर में गंभीर हालत में भर्ती कराया गया।
एडीएम ने कहा....
बाराबंकी के एडीएम अनिल कुमार ने कहा कि एक व्यक्ति की मौत हार्ट अटैक से हुई थी और उनके रिश्तेदार अंतिम संस्कार के लिए शव ले जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि अन्य लोगों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। कई लोगों को लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में भी भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालात में कोई सुधार नहीं हुआ।
अवैध शराब से निपटने के लिए हाल ही में नए विधेयक को मिली मंजूरी
राज्य में होने वाले इस तरह के तमाम मामले से जुड़ी रिपोर्टों को देखते हुए, राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार ने हाल ही में अवैध शराब से निपटने वालों के लिए मौत की सजा और आजीवन कारावास की सजा सुनाने वाला विधेयक पारित किया है। इस विधेयक को सोमवार को ही राज्यपाल की मंजूरी मिली है।
मौत के पीछे अलग-अलग कारण
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिलाधिकारी और एसपी का कहना है कि तीन लोगों की मौत शराब की वजह से हुई है। डीएम ने कहा कि अवनीश, काशीराम और राम सुरेश की मौत स्प्रिट पीने से हुई। जिला प्रशासन का कहना है कि इसके अलावा दो की मौत ठंड, एक की हार्ट अटैक से हुई जबकि बाकि अन्य पांच लोगों मौत अलग-अलग कारणों से हुई।
ये है मामला
मामला बाराबंकी की तहसील नवाबगंज के कोतवाली देवा अंतर्गत गांव ढिढोरा, मुनिया पुरवा, जसवारा, रेउवा रतनपुर का है। मंगलवार रात अचानक कई लोगों की तबीयत अचानक खराब होने लगी। उन्हें इलाज के लिए निकटवर्ती प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। फिर जिला मुख्यालय ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया, जहां किसी की रास्ते तो किसी की इलाज के दौरान मौत हो गई। इस हादसे में 9 लोगों की जानें गईं हैं।
Barabanki: 9 people died at Lucknow's Trauma Centre after consuming food at their relative's place in Thal Khurd village. All bodies sent for postmortem.
— ANI UP (@ANINewsUP) January 11, 2018