उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम इस बार कांवड़ियों के लिए अतिरिक्त रोडवेज बसों की व्यवस्था करेगा। कांवड यात्रा की अवधि में सहारनपुर, मेरठ, मुरादाबाद, गाजियाबाद, अलीगढ़ और बरेली क्षेत्रों के मार्ग मुख्य रूप से प्रभावित होंगे। यात्रा के प्रारंभ में हरिद्वार के लिए तीर्थ यात्री अधिक संख्या में यात्रा करेंगे, जिसके लिए हरिद्वार मार्ग पर अतिरिक्त बसों की व्यवस्था जाएगी। साथ ही कांवड़ मार्ग पर बसों का संचालन प्रतिबंधित होने पर हरिद्वार जाने वाली और हरिद्वार से विभिन्न स्थानों के लिए प्रस्थान करने वाली बसों को वैकल्पिक मार्ग से संचालन किया जाएगा। सभी क्षेत्रीय मुख्यालय पर संचालन को नियंत्रत करने के लिए कंट्रोल रूम 24 घंटे चलेंगे।
28 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू होगी और नौ अगस्त को जलाभिषेक के बाद यात्रा समाप्त होनी है। इसके लिए जिला प्रशासन के अलावा रोडवेज ने भी तैयारी की है। यूपीएसआरटीसी के एमडी पी गुरु प्रसाद ने क्षेत्रीय प्रबन्धकों को निर्देशित किया है कि जिला प्रशासन और पुलिस से समन्वय स्थापित कर बस संचालन के वैकल्पिक मार्गों की पूर्व जानकारी करते हुए बसों का संचालन कराया जायेगा। कांवड़ यात्रा अवधि में मेरठ-हरिद्वार, दिल्ली-हरिद्वार, मुरादाबाद-हरिद्वार, बिजनौर-हरिद्वार, सहारनपुर-हरिद्वार, शामली-हरिद्वार एवं संबद्ध मार्गों पर अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की जाएगी। यात्रा अवधि में मेरठ क्षेत्र द्वारा भैसाली स्टेशन के स्थान पर वैकल्पिक अस्थाई बस स्टेशन बागपत, बड़ौत रोड़, सोहराबगेट बस स्टेशन, मवाना बस स्टेशन से संचालन किया जाएगा, खतौली एवं मुजफ्फरनगर बस स्टेशन के संचालन को विकल्प के रूप में बिजनौर बस स्टेशन से बसों की विशेष संचालन व्यवस्था के तहत किया जाएगा। इसके लिए कर्मचारियों की तैनाती संबंधित क्षेत्र द्वारा की जाएगी।
इसके अलावा प्रदेश के अन्य महत्वपूर्ण मार्गों पर विशेष रूप से अयोध्या-गोरखपुर मार्ग एवं वाराणसी-इलाहाबाद मार्ग पर कांवड़ तीर्थ यात्री अधिक संख्या में यात्रा करेंगे। जिसके लिए आवश्यक बस संचालन की व्यवस्था का अनुपालन क्षेत्रीय प्रबंधक गोरखपुर, इलाहाबाद, वाराणसी क्षेत्र द्वारा किया जाए। प्रशासन द्वारा मार्गों पर कांवड़ यात्रियों को देखते हुए बसों का संचालन प्रतिबंधित करने पर संबंधित क्षेत्रीय प्रबंधक बसों को वैकल्पिक मार्ग से परिवर्तन करना सुनिश्चित करेंगे।