चुनाव मे ईवीएम सुरक्षित रहे तो लाने से लेकर गिनती तक भारी सुरक्षा मे रखा जाता है। ऐसा ही कुछ यूपी सरकार ने किया है ताकि कोई इसे नुक्सान ना पहुचाये। जैसी ही वैक्सीन आएगी, वैसे ही पुलिस की कड़ी सुरक्षा रहेगी। गाडी मे जीपीएस से नजर रखी जायेगी और यूपी के बने 35 हजार वैक्सीन सेंटर पर भी सुरक्षा का इन्तज़ाम किया जाएगा।
कोविड वैक्सीन स्टोर सेन्टर दरअसल चुनाव के स्ट्रांग रूम जैसा ही दिखेगा। लगभग वैसी ही प्रक्रिया होगी जो चुनाव के दौरान अपनाई जाती है। उसी का पालन करीब करीब वैक्सीनशन में भी किया जाएगा। जैसे चुनाव से पहले आपके घर मतदान की पर्ची भेजी जाती है वैसे ही वैक्सीनेशन से पहले भी इसके लाभार्थियों को आशा, एएनएम के जरिये एक स्लिप दी जाएगी जिस पर लाभार्थी को वैक्सीनशन के लिए कब, किस दिन, किस वक़्त आना है ये मेंशन होगा। साथ ही अपने साथ आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक जैसे पहचान पत्र भी लाने होंगे।
जब आप वैक्सीनशन के लिए तयशुदा जगह पर पहुचेंगे तो वैक्सीनेटर के पास आपका ब्यौरा होगा। जिसका मिलान भी किया जाएगा। यहां मतदान केंद्र की ही तरह सुरक्षा कर्मी भी तैनात होंगे जो इस प्रक्रिया को सुरक्षित तरीके से अंजाम दिलवाएंगे। वैक्सीन इंचार्ज डॉ एमके सिंह ने बताया वेटिंग रूम में आने से पहले लाभार्थी की स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा जांच कर तस्दीक की जाएगी। इसके बाद वो वेटिंग रूम में बैठाए जाएंगे। यहां से वैक्सीनशन के लिए दूसरे कमरे में ले जाया जाएगा जहां मतदान की प्रक्रिया की तरह ही वैक्सीनशन किया जाएगा। जिसके बाद व्यक्ति को 30 मिनट तक डॉक्टरों की देखरेख में रखने के बाद भेज दिया जाएगा। भेजने से पहले व्यक्ति को वैक्सीनशन हो जाने का सर्टिफिकेट दिया जाएगा और बाद में मोबाइल पर मैसेज के जरिये इसकी तस्दीक भी कर ली जाएगी।