उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज सत्ता में आने के बाद अपनी दूसरी तीन-दिवसीय विदेश यात्रा पर मॉरिशस रवाना हो गए।
योगी मॉरिशस में 183वें अप्रवासी दिवस में बतौर मुख्य अतिथि भाग लेंगे और वहां पर अप्रवासी भारतीयों के अलावा अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों से मुखातिब होकर उत्तर प्रदेश में उन्हें निवेश करने हेतु आमंत्रित करेंगे और हाल में ही लागू प्रदेश की औद्योगिक नीति के बारे में जानकारी देंगे।
अगस्त के प्रथम सप्ताह में योगी अपनी प्रथम विदेश यात्रा के लिए म्यांमार गए थे और वहां अन्तराष्ट्रीय शान्ति एवं पर्यावरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की थी।
पिछले सप्ताह, योगी ने अमेरिका की करीब दो दर्जन बड़ी कंपनियों के प्रतिनिधियों से लखनऊ में मुलाकात कर के और प्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की थी। इन कंपनियों में शामिल थीं, बोइंग, एडोबी, फेसबुक, उबेर, होनीवेल, कोका कोला, मास्टर कार्ड, P&G, ओरेकल, GE Health, कारगिल इत्यादि।
कल रात, योगी लखनऊ से मुंबई रवाना हुए थे और आज सुबह मॉरिशस के लिए प्रस्थान कर गए। आज शाम ही को उनका वहां के प्रधानमंत्री परविंद कुमार जगन्नाथ से मुलाकात है। कल वह अप्रवासी दिवस में शिरकत करेंगे और ‘ब्रांड UP’ को निवेशकों के समक्ष पेश करेंगे।
सत्ता में आने के पश्चात योगी सरकार प्रदेश के कई क्षेत्रों में निवेश के प्रति गंभीर हुई है। इसमें शामिल हैं सौर उर्जा, सड़क, शहरी विकास, शुद्ध पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य इत्यादि।
हिन्द महासागर में स्थित मॉरिशस आर्थिक रूप से समृद्ध है और अफ्रीका में सबसे प्रति व्यक्ति आय के सम्बन्ध में एक अग्रणी देश है। यहां का नीतिगत ढांचा, व्यापार एवं निवेश हेतु अनुकूल माना जाता है, वहीं भारत के साथ मॉरिशस का बड़े पैमाने पर व्यापार सम्बन्ध स्थापित हैं और यह निरंतर बढ़ रहे हैं।
पिछले कुछ महीनों में, कई देशों के राजदूतों एवं उच्चायुक्तों ने योगी से लखनऊ में मुलाकात की है और प्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की है। इनमें कई विकसित देश भी शामिल हैं जैसे इजराइल और जापान।