उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को महंत नृत्य गोपालदास के जन्मोत्सव में शामिल होने के लिए अयोध्या पहुंचे। यहां सीएम ने संतों को संबोधित किया। उन्होंने महंत नृत्य गोपालदास की लंबी आयु की कामना करते हुए कहा, 'संत समाज को कुछ दिन और धैर्य रखना है। भगवान राम की कृपा होगी तो मंदिर जरूर बनेगा। हमें संवैधानिक दायरे में रहकर काम करना होगा। भगवान राम अयोध्या के प्रतीक हैं और साधु-संत उनके प्रतिनिधि इसीलिए सभी को समाधान मर्यादा में रहकर करना होगा।' करीब डेढ़ साल के कार्यकाल में योगी छठवीं बार अयोध्या पहुंचे हैं। हालांकि इस बार रामलला के दर्शन का कार्यक्रम नहीं था।
मुख्यमंत्री योगी ने अयोध्या के विकास का संकल्प दोहराया। उन्होंने कहा कि अयोध्या का विकास जरूरी है। अब से पहले कौन सा सीएम अयोध्या आता था लेकिन में अयोध्या के विकास को लेकर संकल्पित हूं। योगी ने जय श्रीराम कहकर अपना भाषण समाप्त किया।
योगी ने कहा कि जो बाते संतों द्वारा कही जा रही हैं वही होना चाहिए लेकिन हम लोकतंत्र में हैं। जिसमें न्यायपालिका, विधायिका, कार्यपालिका का अपना-अपना रोल है। जो लोग हमेशा रामजन्मभूमि आन्दोलन का विरोध करते थे मंदिर जाने में संकोच करते थे आज उनके मुंह से यह सब बाते निकलती हैं तो मुझे लगता है ऐसा तो नहीं कोई साजिश कर रहे हों। हमें सतर्क रहना चाहिए, जब सही तौर पर अयोध्या का मामला पटाक्षेप की ओर जा रहा है तब अनावश्यक बयानों से माहौल खराब करके समाधान की ओर निकलने वाले मार्ग को और सांप्रदायिक तनाव को खत्म करने का रास्ता नहीं रोकना चाहिए।
योगी आदित्यनाथ के अयोध्या पहुंचने से पहले राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य डॉ. रामविलास दास वेदांती ने कहा, 2019 के पहले कभी भी राम मंदिर का निर्माण शुरू हो सकता है। उन्होंने कहा, 'जिस तरीके से अचानक विवादित ढांचा ध्वस्त किया गया, उसी तरीके से रातों-रात मंदिर निर्माण भी शुरू हो सकता है।' उन्होंने कहा कि हम बिना कोर्ट के आदेश के भी मंदिर का निर्माण करा सकते हैं।
योगी आदित्यनाथ ने सीएम की गद्दी संभालने के बाद 31 मई 2017 को अयोध्या पहुंचकर रामलला के दर्शन किए थे। इसके बाद 19 अक्टूबर 2017 को उन्होंने दीपावली कार्यक्रम के दौरान रामलला के दर्शन किए थे। वह 5 अयोध्या यात्रा में तीन बार हनुमानगढ़ी भी गए। योगी ने नवंबर 2017 में निकाय चुनाव के प्रचार की शुरुआत अयोध्या से की थी। 12 मई 2018 को सीएम योगी ने नेपाल के जनकपुर से अयोध्या आई बस का स्वागत किया किया था।