पीएम ने जनसभा में सपा-कांग्रेस गठबंधन, अखिलेश, राहुल और मायावती पर जबरदस्त हमला करते हुए कहा कि अगर उत्तर प्रदेश का विकास करना है तो SCAM को उखाड़ फेंकने का काम करना होगा, इस चुनाव में कमल को खिलाना होगा। मोदी ने SCAM को एस से सपा, सी से कांग्रेस, ए से अखिलेश और एम से मायावती के रूप में परिभाषित किया।
उन्होंने कहा कि उस समय अंग्रेजों से लड़ाई थी अब गरीबी और भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलवाने की लड़ाई लड़ी जा रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के पास हिंदुस्तान के सबसे ताकतवर राज्य बनने का मौका है। यूपी में प्राकृतिक संसाधन, गंगा-यमुना है। राज्य में नौजवान है। फिर क्या कारण है कि यूपी के युवाओं को रोजी-रोटी कमाने के लिए घर छोड़ना पड़ता है। अपने बूढ़े मां-बाप को छोड़कर शहर के गंदी नलियों के पास रहने को मजबूर होना पड़ता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आपने मुझे जो काम दिया है, ढाई साल हो गये मोदी के नाम पर कोई कलंक है क्या? देश को नुकसान उठाने जैसा कोई काम किया है क्या? उत्तर प्रदेश ने जो प्यार दिया, मुझे भी यूपी का कर्ज चुकाना शेष है। ढाई साल में मैंने गरीबी, पीड़ितों, दलितों, किसानों के लिए ढेर सारा काम किया। मैं उत्तर प्रदेश में कितना ही अच्छा चाहूं, लेकिन अच्छा करने को लेकर जो रूकावटें पैदा करने वाली सरकार है, उसे जब तक हटाएंगे नहीं तब तक प्रदेश का भला नहीं हो सकता है। दिल्ली के योजनाओं को यूपी के जनता तक पहुंचाने के लिए वर्तमान राज्य सरकार को हटाना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि मेरठ की धरती बहुत अद्भुत है। मेरठ पश्चिमी उत्तरप्रदेश का औद्योगिक द्वार है। मेरठ अपने उद्योग-धंधे के लिए राज्य का प्रमुख शहर है लेकिन क्या कारण है कि निर्दोष व्यापारियों को मार दिया जा रहा है। ये मामला सिर्फ मेरठ का नहीं है। पूरे उत्तर प्रदेश में गुंडागर्दी भरी पड़ी है। उत्तर प्रदेश में हत्या करने वालों पर किसी तरह की कानूनी कार्रवाई नहीं होती है। इसलिए गुंडों को आश्रय देने वाले पार्टी को हटाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि क्या मां बहन की इज्जत बचानी है कि नहीं बचानी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज आप देख रहे होंगे कि जो कांग्रेस पार्टी गांव-गांव जाकर यूपी में भाषण दे रहे थे। सपा को गालियां दे रहे थे कि सपा बेमान है। रातों-रात ऐसा क्या हो गया कि आप उनके गले लग गए। मोदी ने कहा कि राजनीति में गठबंधन देखे हैं, लेकिन ऐसा गठबंधन पहली बार देखा है कि सुबह-शाम गालियां देते थे और आज एक दूसरे के गले लगकर बचाओ-बचाओ कह रहे हैं। एक दूसरे को बचाने के लिए राहुल-अखिलेश लगे हैं। उन्होंने कहा कि यदि राज्य सरकार में दम नहीं होगा इरादा नहीं होगा तो फिर दिल्ली से पहुंचाई गई मदद के रूपए कहीं और चले जाएंगे। ये लोग उत्तरप्रदेश का भला नहीं करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जिसे खनन माफिया, गुंडागर्दी करने वाला कहा उन्हें टिकट दे दिया। इनके इरादे नेक नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपको बताना चाहता हूं कि गरीबों को बीमारी में मदद मिले। भारत सरकार ने लगभग 4 हजार करोड़ रूपए उत्तरप्रदेश की सरकार को आरोग्य सेवा के लिए उपलब्ध करवाए। मगर 2014 व 2015 में 4 हजार करोड़ रूपए में से ढाई हजार करोड़ रूपए तक खर्च नहीं हुए और उसका हिसाब देने से राज्य सरकार कतराती रही है।