उत्तराखंड सरकार ने कैबिनेट मीटिंग के लिए पहली बार अनोखी तरीका अपनाया। बुधवार को टिहरी झील पर 'मरीना' बोट में कैबिनेट की बैठक हुई। टिहरी को पर्यटन के लिहाज से विश्व मानचित्र पर पहचान दिलाना इसका मकसद माना जा रहा है।
फ्लोटिंग मरीना बोट में आयोजित कैबिनेट में उत्तराखंड में पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने पर मुहर लगाई गई। इसके साथ आयुर्वेद, योगा, होम्योपैथी, साहसिक पर्यटन, ग्लाइडिंग, वाटर खेल, राफ्टिंग को पर्यटन उद्योग का दर्जा देने पर मुहर लगाई गई। इसके अंतर्गत सारी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
उत्तराखंड के इतिहास में यह पहला मौका है, जब टिहरी झील में फ्लोटिंग रेस्तरां में कैबिनेट के सदस्यों ने राज्य के विकास के मुददों पर चर्चा की। 25 से 27 मई तक टिहरी झील में राष्ट्रीय महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। इसमें देश भर से पर्यटक और निवेशक आएंगे। टिहरी झील में कैबिनेट उत्तराखंड और टिहरी के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगी। टिहरी को एक नई पहचान मिलेगी। सरकार का मानना है कि टिहरी झील के पास पूरे विश्व के पर्यटन खींचने की ताकत है और अब यहां पर पर्यटन विकास के लिए काम किया जाएगा।