उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद जनता के बीच जाकर विकास की जमीनी हकीकत से रूबरू हो रहे हैं। कई जनपदों का दौरा कर चुके सीएम धामी क्षेत्र को नई सौगातें दे रहे हैं तो खामी मिलने पर अफसरों को सख्त नसीहत भी दे रहे हैं। धामी ने साफ कर दिया है कि अगर नसीहत के बाद भी अफसरों ने अपना ढर्रा न बदला तो सख्त एक्शन के लिए तैयार रहे हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने सूबे के सभी जनपदों में प्रवास का कार्यक्रम तय किय़ा है। वे जिलों के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर अवाम से सीधा संवाद कर रहे हैं। इस दौरान वह विकास योजनाओं की समीक्षा, लोकार्पण और शिलान्यास करने के साथ ही आम लोगों के साथ सीधा संवाद भी स्थापित कर रहे हैं। युवाओं और मातृशक्ति के साथ जनसरोकार से जुड़े मुद्दों पर परिचर्चा को मुख्यमंत्री खासी तवज्जो दे रहे हैं। अब तक धामी राज्य के 13 में से सात जिलों रुद्रप्रयाग, चम्पावत, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर, बागेश्वर और पिथौरागढ़ का प्रवास कर चुके हैं।
अपने प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री विकास कार्यों की समीक्षा करने के साथ ही मुख्यमंत्री की घोषणाओं की प्रगति और उन पर हुए अमल की जानकारी भी ले रहे हैं। समीक्षा बैठकों में धामी लापरवाह और गैरजिम्मेदार अधिकारियों के पेंच कसने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। अधिकारियों को पूरे होमवर्क और रोडमैप के साथ बैठकों में आने के निर्देश दिए गए हैं। उनके सख्त रवैये से जिला स्तर के अधिकारी हलकान हैं। समीक्षा बैठकों के साथ ही मुख्यमंत्री धामी जनता से सीधा संवाद स्थापित कर रहे हैं।
सरकारी सिस्टम के फीडबैक के साथ ही स्थानीय समस्याओं की जानकारी भी उन्हें जनता से मिल रही है। सुबह और शाम के पैदल सैर के दौरान वह स्थानीय व्यापारियों, किसानों और महिलाओं से बातचीत कर रहे हैं। पिथौरागढ़ मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी का गृह जनपद है। उनका पैतृक गांव हरखोला (कनालीछिना ब्लॉक) है जहां उनकी प्राथमिक शिक्षा हुई थी। बचपन के कई साथी भी उनसे मुलाकात करने पिथौरागढ़ पहुंचे। बड़ी आत्मीयता के साथ धामी ने अपने पुराने साथियों के साथ समय बिताया।
गौचर में 70वें राजकीय औद्योगिक विकास एवं सांस्कृतिक मेले के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री ने ऐतिहासिक गौचर मेला मैदान को मिनि स्टेडियम के रूप में विकसित करने और गौचर मेले के सफल संचालन के लिए 10 लाख देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि गौचर मेला संस्कृति, बाजार तथा उद्योग तीनों के समन्वय के कारण एक प्रसिद्व राजकीय मेला है और साल दर साल यह मेला अपनी ऊॅचाईयों को छू रहा है।
सीएम धामी के इस प्रवास कार्य़क्रमों से अफसरशाही भी चौकन्नी हो रही है। पता नहीं धामी किस रोज किस जिले के किस क्षेत्र में पहुंचकर विकास कार्यों की समीक्षा के साथ ही आम लोगों ने विकास की जमीनी हकीकत को भी जानने लगे। जिलों से मिलने वाले फीडबैक के आधार पर शासन के आला अफसरों से भी जवाब मांगा जा रहा है।