उत्तराखंड विधानसभा में धर्मांतरण पर सख्त कानून बनने से देश के संत-समाज में हर्ष की लहर है। साधु-संत मुख्यमंत्री धामी को शुभकामनाएं दे रहें हैं तो ट्वीटर पर धर्म रक्षक धामी नंबर एक पर ट्रेंड हो गया है।
यहां बता दें कि धर्मांतरण पर सख्त कानून बनाने की प्रतिबद्धता सीएम धामी पहले ही जता चुके थे। मंत्रिमंडल में धर्मांतरण पर कानून बनाने के प्रस्ताव को पास किया गया था और फिर विधानसभा के पटल पर धर्मांतरण कानून को प्रस्तुत किया गया जिसे सदन ने ध्वनिमत से पारित कर दिया। मुख्यमंत्री धामी द्वारा लाए गए इस कानून को लेकर अब देश भर में साधु-समाज आनंदित है।
स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज ने कहा कि धामी जी के इस कानून से पूरे देश का संत समाज आनंदित और आह्लादित है। धर्मांतरण रोकने के लिए मुख्यमंत्री धामी एक कठोर कानून लेकर आए हैं। वासुदेवानंद महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी ने धर्मांतरण पर प्रतिबंध लगा दिया है यह देश एवं समाज हेतु बेहद हितकारक है। स्वामी परमात्मानंद जी ने कहा कि जो लोग बल से या कपट से धर्मांतरण करते हैं वह सबसे बड़ा पाप है। उत्तराखंड सरकार ने यह कानून पास करके नया उदाहरण दिया है। इसके लिए धामी जी को साधुवाद।
साध्वी प्राची ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में धामी जी ने यह बहुत सुंदर निर्णय लिया है। यह उत्तराखंड सरकार की बहुत अच्छी पहल है। बालकानंद जी महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी जी को हम हृदय से धन्यवाद देते हैं और प्रभु से प्रार्थना करते हैं वे समाज हित में इसी प्रकार से कार्य करते रहें। योगाचार्य बिपिन जोशी ने कहा कि धर्मांतरण पर बना कानून जरूरी और ऐतिहासिक है।
स्वामी रविन्द्र पूरी जी ने कहा कि इस कार्य के लिए मोदी जी और धामी जी को साधुवाद। धामी जी ने यह कानून बनाकर ऐतिहासिक कदम उठाया है। अन्य राज्यों को भी ऐसा कानून बनाना चाहिए। राज राजेश्वरानंद जी महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी जी के दूरदर्शी कदम की सराहना करता हूं।