उत्तराखंड में फिर से सत्ता हासिल करने का ख्वाब देख रही कांग्रेस की एक समीक्षा बैठक में पाया गया है कि पार्टी को 16 सीटों पर हार का खतरा है। ऐसे में हाईकमान ने इन सीटों पर जीत का जिम्मा सूबाई दिग्गजों को सौंप दिया है। इनके नतीजों के जरिए ही हाईकमान को सरकार बनने की स्थिति में सीएम का चेहरा तय करने में भी आसानी होगी।
कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि आज बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में राज्य ही सभी 70 सीटों की जीत-हार पर गहन मंथन किया गया। पाया गया कि 16 सीटें ऐसी हैं, जिन पर कांग्रेस को सीधे तौर पर हार का खतरा दिख रहा है। 54 सीटों पर कांग्रेस खुद को जीत की स्थिति में पा रही है। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस हाईकमान ने इसकी रिपोर्ट मिलने के बाद एक अहम फैसला किया है। इसी फैसले के नतीजों के आधार पर सीएम कुर्सी की दावेदारी भी निर्भर करेगी।
समाचार एजेंसी एएनआई ने कांग्रेसी दिग्गज हरीश रावत के हवाले से एक ट्वीट किया है। इसमें कहा गया है कि हार की संभावना वाली सीटों पर जीत का जिम्मा बड़े नेताओं को दिया गया है। इनमें से आठ सीटें हरीश रावत को दी गई हैं तो चार-चार सीटें नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल को दी गई हैं। इन दिग्गजों से साफ कह दिया गया है कि उन्हें दी गई सीटों पर कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी की जीत की जिम्मेदारी उन्हीं की होगी।
सूत्रों का कहना है कि हाईकमान इस फैसले के जरिए दिग्गजों की कुव्वत पहचानने का काम भी करेगा। कांग्रेसी नेता पार्टी को सत्ता में आता देख सीएम पद की दावेदारी कर रहे हैं। ऐसा करके कांग्रेस हाईकमान यह भी देख लेगा कि इन दावेदारों में कितना दम-खम है। ये अपने क्षेत्र के अलावा भी किसी सीट पर कुछ कर सकते हैं या फिर केवल वरिष्ठ होने के नाते ही दावेदारी करते फिर रहे हैं।