जैसे ही चार धाम यात्रा शुरू हुई है, उत्तरकाशी पुलिस ने चेतावनी दी है कि पर्याप्त भक्त यमुनोत्री पहुंच चुके हैं और अधिक भक्तों को भेजना खतरनाक हो सकता है और उपासकों से 12 मई के लिए अपनी यात्रा स्थगित करने का अनुरोध किया है।
उत्तरकाशी पुलिस ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर ट्वीट किया, "आज श्री यमुनोत्री धाम में क्षमता के अनुसार पर्याप्त संख्या में श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। अब और अधिक श्रद्धालुओं को भेजना जोखिम भरा है।"
पुलिस ने आगे कहा, "आज यमुनोत्री जाने वाले सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि वे आज अपनी यात्रा स्थगित कर दें।"
एक अन्य ट्वीट में उत्तरकाशी पुलिस ने यमुनोत्री धाम मार्ग पर यातायात और सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी दी। इसमें ट्वीट किया गया, "एसपी उत्तरकाशी श्री अर्पण यदुवंशी ने यमुना घाटी पहुंचकर यमुनोत्री धाम यात्रा मार्ग के लिए यातायात और पुलिस व्यवस्था करने के लिए यातायात और सुरक्षा की कमान संभाली है। व्यवस्थित यातायात प्रबंधन सुनिश्चित करने और ट्रैफिक जाम से निपटने व व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए वह आधी रात को सड़क पर उतर रहे हैं।"
पुलिस ने यह भी बताया कि तीर्थयात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए संकीर्ण और संवेदनशील मार्गों पर गेट/वन-वे प्रणाली के माध्यम से यातायात/यात्रा का संचालन किया जा रहा है। पुलिस ने ट्वीट किया, ''यमुनोत्री पैदल मार्ग पर घोड़ों, खच्चरों और दांडी-कंडी का परिचालन रोटेशन प्रणाली के माध्यम से किया जा रहा है।''
इस बीच, चारधाम यात्रा के पहले दिन 29,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने केदारनाथ धाम में दर्शन किये। राज्य सूचना विभाग के मुताबिक, ''उत्तराखंड में चार धाम यात्रा 10 मई को शुरू हुई थी। पिछले दो दिनों से केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री समेत तीनों धामों में भारी भीड़ है। पहले दिन रिकॉर्ड संख्या में 29 हजार से ज्यादा लोग पहुंचे। देश-विदेश से हजारों तीर्थयात्रियों ने केदारनाथ धाम के दर्शन किये।"
चार धाम यात्रा, हिंदू धर्म में गहन आध्यात्मिक महत्व से भरी हुई है, जो यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के पवित्र स्थानों को पार करते हुए, भक्ति और आत्मनिरीक्षण की यात्रा को उजागर करती है, जो आध्यात्मिक कायाकल्प और दिव्य संचार में परिणत होती है।