मौसम वैज्ञानिकों ने मंगलवार को दिन में तथा बुधवार को हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है। मौसम विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा, कश्मीर में आगामी 24 घंटों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। गत शनिवार और रविवार को भारी बारिश के कारण झेलम और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर अचानक बढ गया था जिसके कारण बाढ़ की आशंका से घाटी के लोगों में घबराहट पैदा हो गई थी।
पिछले वर्ष सितंबर में भी बाढ के कारण कश्मीर का काफी हिस्सा तबाह हो गया था। शहर में कई इलाकों के निवासी जल भराव की समस्या की शिकायत कर रहे हैं।पांद्रेथन के निवासियों ने कहा कि निकटवर्ती सैन्य मुख्यालयों से आ रहा पानी आम नागरिकों के रिहाइशी इलाकों में एकत्र हो रहा है। एक स्थानीय निवासी मोहम्मद अब्बास ने कहा, सेना ने सोमवार शाम यहां एक छोटा पंप लगाया था और इसे एक घंटे तक चलाया था। पंप चला रहे लोग शाम छह बजे चले गए थे और उन्होंने मंगवार को सुबह आने का वादा किया था लेकिन पंप चलाने के लिए अभी तक कोई नहीं आया है।
उन्होंने बताया कि इलाके में करीब दो फुट जल भर गया है। यह इलाका सितंबर में आई बाढ़ से तबाह हो गया था। एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने कहा कि हालांकि पांद्रेथन छावनी बोर्ड के तहत नहीं आता लेकिन वह यह सुनिश्चित करेंगे कि इलाके से पानी निकालने में मदद मुहैया कराई जाए। बाढ़ के खतरे के मद्देनजर घाटी में स्कूल एवं कॉलेज बंद कर दिए गए हैं और जारी परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं।
हालांकि कश्मीर विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने बातया कि बाढ़ की स्थिति में सुधार को देखते हुए विश्वविद्यालय पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही सोमवार से परीक्षाएं आयोजित करेगा।