केन्द्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल और सांसद रमेश बैस उड़ान भरने के बाद हवा में थे, लेकिन हवा में उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही हेलीकॉप्टर चालक दिशा भटक गया। दरअसल, हुआ ये कि मंत्री और सांसद का इंतजार भिलाई निवास मैदान में हो रहा था। मंत्री की अगुवाई के लिए तमाम अधिकारी हेलीपैड पर मौजूद थे, लेकिन हेलीकॉप्टर चालक को ये पता ही नहीं चला कि उन्हें उतरना कहां है।
ये वाकया इसलिए हुआ क्योंकि हेलीपैड में स्मोक कैंडल नहीं था। एक दिवसीय रायपुर प्रवास पर आए रेल मंत्री हेलीकॉप्टर से भिलाई गए। रायपुर से हेलीकॉप्टर ने रेल मंत्री पीयूष गोयल और उनके साथ सांसद रमेश बैस को लेकर भिलाई के लिए उड़ान भरी। मौसम बिल्कुल साफ था, कहीं कोई दिक्कत नहीं थी। रायपुर से भिलाई की दूरी सड़क मार्ग से अधिकतम 40 मिनट की है और हवाई मार्ग से 15 मिनट तक की।
बस फिर क्या था भिलाई के ऊपर मंडराता हुआ हेलीकॉप्टर भिलाई निवास हेलीपैड की बजाय भिलाई बटालियन में जाकर उतर गया, लेकिन जब मंत्री और सांसद हेलीकॉप्टर लैंड करने के बाद ये देखकर चौंक गए कि यहां तो उनके स्वागत के लिए कोई है ही नहीं। वहीं, दूसरी ओर बटालियन के जवान और अधिकारी भी सकते में आ गए कि अचानक ये किसका हेलीकॉप्टर उतर आया। इसके बाद फिर जब अधिकारियों से संपर्क साधा गया।
बटालियन में हेलीकॉप्टर के लैंड होने की सूचना मिलते ही अधिकारी हड़बड़ा गए। तत्काल फिर हेलीकॉप्टर ने बटालियन मैदान से उड़ान भरी और भिलाई निवास मैदान में जाकर लैंड किया।