लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण की वोटिंग से पहले पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा है कि अगर राज्य में कांग्रेस का सफाया हुआ तो वह इस्तीफा दे देंगे। सभी मंत्री और विधायक पंजाब में कांग्रेस पार्टी के प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार हैं।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने उम्मीदवारों की जीत और हार के लिए मंत्रियों और विधायकों की जिम्मेदारी तय की है। मैं इसके लिए जिम्मेदारी लेता हूं और मुझे पूरा भरोसा है कि कांग्रेस पंजाब में सभी सीटें जीतेगी।
सिद्धू की पत्नी ने लगाया आरोप
इससे पहले 14 मई तो नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने आरोप लगाया है कि उनका टिकट कैप्टन अमरेंद्र सिंह और पार्टी के पंजाब मामलों की प्रभारी आशा कुमारी की वजह से कटा। उन्होंने अमृतसर में संवाददाताओं से कहा था, 'कैप्टन साहब और आशा कुमारी सोचते हैं कि मैडम सिद्धू सांसद का टिकट पाने के योग्य नहीं हैं। अमृतसर से मुझे टिकट इस आधार पर नहीं दिया गया कि अमृतसर में दशहरा के मौके पर हुए ट्रेन हादसे की वजह से मैं जीत नहीं पाऊंगी।'
आरोपों को किया खारिज
वहीं, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी के टिकट न मिलने के पीछे सीएम और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता आशा कुमारी को जिम्मेदार बताने वाले बयान को खारिज किया है। कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि उन्हें अमृतसर या बठिंडा सीट से टिकट की पेशकश की गई लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ लोकसभा सीट से कौर को टिकट नहीं मिलने में उनकी कोई भूमिका नहीं थी क्योंकि टिकट बंटवारे का काम दिल्ली में कांग्रेस के आला कमान ने किया था और उन्होंने पवन कुमार बंसल को चुना
सभी 13 सीटों पर होगी वोटिंग
पंजाब में एक दशक से सत्ता में रही शिरोमणी अकाली दल और भाजपा को हराने के बाद 2017 में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी और कैप्टन अमरेन्द्र सिंह राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। कांग्रेस ने 117 सीटों में से 77 पर जीत हासिल की थी। इससे पहले अमरिंदर सिंह साल 2002 से लेकर 2007 तक मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में पंजाब की सभी 13 सीटों पर वोटिंग 19 मई को होगी। सभी 543 सीटों पर नतीजों का ऐलान 23 मई को किया जाएगा।