उन्होंने पंजाब में चुनावी बिगुल बजा दिया है। केजरीवाल ने अकाली दल और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने दोनों दलों पर साठगांठ का आरोप लगाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार पर दोनों दलों की नीति एक जैसी है अगर उनकी सरकार बनी तो पंजाब में भ्रष्टाचार, नशाखोरी और किसानों की आत्महत्या रोकने के व्यापक उपाय किए जाएंगे।
केजरीवाल ने दिल्ली का फार्मूला पंजाब में भी आजमाते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद बादल सरकार के पिछले दस वर्षों के कुशासन की एसआईटी से जांच कराएंगी और उन्हें जेल भेज कर ही दम लेंगी। गौरतलब है कि दिल्ली में चुनावों से पहले केजरीवाल ने शीला दीक्षित के बारे में भी ऐसा ही कहा था। केजरीवाल ने इसी प्रकार से शीला दीक्षित को भी जेल भेजने की बात की थी लेकिन सत्ता में आने के बाद अपनी कही बात पर अमल नहीं किया। केजरीवाल ने रैली में यह भी कहा कि कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के बीच में साठगांठ है। दोनों दलों को जनता की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है। वे लोग सिर्फ सत्ता चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के विकास के लिए आम आदमी पार्टी को वोट देना जरूरी है।