समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को लखनऊ में तेंदुआ की हत्या के मामले में प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर तंज कसा है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक ट्वीट किया और कहा- क्या जानवरों का भी होगा एनकाउंटर।
कौन सा कानून कहता है कि जानवरों को पकड़ने की जगह जान से मार दिया जाये, बेहोश भी तो कर सकते थे. नयी सरकार में क्या जानवरों के भी एकांउटर का चलन शुरु हो गया है. ये गैर कानूनी है, इसके जिम्मेदार बचने नहीं चाहिए. https://t.co/QmPZmwhudR
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 17, 2018
प्रदेश में चल रही पुलिस मुठभेड़ में अपराधियों के एनकाउंटर पर सवाल खड़े करने वाले समाजवादी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ के आशियाना क्षेत्र में पुलिस की गोली से तेंदुए की मौत पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने ट्वीट किया है कि क्या प्रदेश में जानवरों का एनकाउंटर भी किया जाएगा।
अखिलेश ने कहा है कि कौन सा कानून कहता है कि जानवर को जान से मार दिया जाए। तेंदुए को बेहोश भी किया जा सकता था। क्या सरकार में जानवरों का भी एनकाउंटर का चलन शुरू हो गया है। यह तो गैर कानूनी है। इसके जिम्मेदार लोग बचने नहीं चाहिए। अखिलेश के इस ट्वीट पर कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। इसके साथ ही बड़ी संख्या में लोगों ने इसे शेयर व लाइक किया है।
लखनऊ के आशियाना के औरंगाबाद कॉलोनी में बीते तीन दिन से जिस तेंदुआ के खौफ में लोग जी रहे थे वह आखिरकार पुलिस की गोली गई का शिकार हो गया। तेंदुए को गोली लगने और पकड़े जाने के बाद इलाके के लोग पुलिस वालों की जयकार करने लगे, लेकिन यह खुशी ज्यादा देर तक नहीं रह पाई। तेंदुआ की गोली से मौत हो गई और उसके बाद वन विभाग ने इसके लिए सीधे-सीधे पुलिस महकमे को जिम्मेदार ठहरा दिया।
लखनऊ एसएसपी दीपक कुमार ने कहा की आदमखोर तेंदुआ ने कल लोगों पर हमला किया था। इंस्पेक्टर आशियाना त्रिलोकी सिंह को भी घायल किया। फायरिंग हुई इसमें आदमखोर तेंदुआ मारा गया। वहीं वन विभाग इस तेंदुआ को जिंदा पकडऩा चाहता था जबकि दो दिनों के मशक्कत के बाद भी तेंदुआ उनके हाथ नहीं आ रहा था।
फायरिंग में मारे जाने के बाद वन विभाग की टीम ने पुलिस पर सवाल उठाए और तेंदुआ को मारने वाले के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने की बात कही है।