कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा ने गुरुवार सुबह 9 बजे तीसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। राज्य के सीएम बनते ही येदियुरप्पा ने किसानों की कर्जमाफी का ऐलान कर दिया है।
जानकारी के अनुसार, अभी इस संबंध में एक-दो दिन में औपचारिक घोषणा की जाएगी। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद येदियुरप्पा ने कहा कि अपने वादे के मुताबिक, मैं किसानों के कर्जमाफी का ऐलान करता हूं। येदियुरप्पा ने कहा, मैं इस बारे में 100 फीसदी आश्वस्त हूं कि बहुमत साबित करने में हम सफल रहेंगे।
उन्होंने कहा, मैं प्रधानमंत्री और बीजेपी अध्यक्ष का शुक्रगुजार हूं कि ये जिम्मेदारी मुझे दी गई है। मैं राज्य के किसानों और एससी-एसटी का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे चुना है, मैं उन्हें भरोसा दिलाता हूं कि मैं उनसे किए सभी वादे को पूरा करूंगा।
पीटीआई के मुताबिक, येदियुरप्पा ने कहा, ‘मैं सभी 224 विधायकों के समर्थन की अपील करता हूं, मुझे उम्मीद है कि वह अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर मेरा समर्थन करेंगे। मुझे भरोसा है कि मैं विधानसभा में विश्वास मत प्राप्त करूंगा और अगले 5 साल तक राज्य की सरकार का नेतृत्व करूंगा’।
गौरतलब है कि इससे पहले गुरुवार सुबह यदियुरप्पा ने कर्नाटक के 23वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली, राज्यपाल वाजूभाई वाला ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई है। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को विधानसभा में अपना बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय दिया है। हालांकि मुख्यमंत्री यदियुरप्पा के लिए विधानसभा में बहुमत साबित करना चुनौती भरा हो सकता है।
बीजेपी 104 सीटों के साथ पहले स्थान पर है। वहीं, कांग्रेस को 78 सीटें मिली है। जेडीएस के खाते में 38 सीटें आई है। बीजेपी का कहना है कि उसके पास ज्यादा सीटें है इसलिए वह सरकार बनने की हकदार है, तो वहीं कांग्रेस ने जेडीएस के साथ गठबंधन करके सरकार बनने का दांव पेश किया था। दोनों पार्टी के पास गठबंधन करके विधायकों की संख्या 116 है।
कांग्रेस ने बुधवार की रात में ही सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। कोर्ट ने रात को ही सुनवाई करते हुए येदियुरप्पा के शपथ पर रोक लगाने से इंकार कर दिया था। वहीं, कोर्ट इस मामले में शुक्रवार सुबह 10.30 बजे सुनवाई करेगा।