इन्टरनेट आधारित ‘ब्लू व्हेल गेम’ द्वारा बच्चों पर बढ़ते दुष्प्रभाव के मद्देनजर, उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के विद्यालयों को निर्देशित किया है कि विद्यार्थियों को मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्रदान की जाए।
उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा नें अपनी एडवाइजरी में कहा है कि अध्यापक को यदि किसी विद्यार्थी के व्यवहार में कोई विशेष बदलाव दिखाई दे तो तुरन्त उनके अभिभावकों को अवगत करायें।
उन्होंने कहा कि ‘ब्लू व्हेल गेम’ सीधे बच्चों को अपना निशाना बना रहा है और उन्हें 50 दिनों में 50 चुनौतियाँ पूरी करके स्वयं को हानि पहुंचाने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है, जिसकी अन्तिम चुनौती आत्महत्या है। इंटरनेट पर उपलब्ध आंकड़ों से संज्ञान में आया है कि यह गेम विश्व में 100 से अधिक बच्चों की मृत्यु का कारण बन चुका है।
शर्मा ने कहा कि बालक/बालिकाएं जब यह खेल स्वीकार करते है, तो एडमिनिस्ट्रेटर उनसे व्यक्तिगत जानकारी प्राप्त कर लेता है और यदि बच्चा किसी चुनौती को छोड़ना चाहे तो वह व्यक्तिगत जानकारी को वायरल कर देने या उसके परिवार को हानि पहुंचाने की धमकी देता है जिससे बच्चा एक मकडजाल में फस जाए।
उप मुख्यमंत्री ने इसके बचाव एवं सुरक्षा के लिए अभिभावकों को भी सलाह दी है कि वे बच्चे के शरीर के किसी भी हिस्से पर गहरे घाव, मित्रों/परिवार से बढ़ती दूरी, अप्रसन्नता, खुद पर अथवा अन्य किसी पर अचानक क्रोधित हो जाना जैसे लक्षणों पर नजर रखें और उसके पता करें।
शर्मा ने अभिभावकों को अपने बच्चे के टेक्स्ट मेसेज, कॉल सर्च, सर्च हिस्ट्री, स्नेपचैट, वाट्सऐप इत्यादि और साथ ही साथ apps का उपयोग सीमित कर देने की भी सलाह प्रेषित की है।