बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को जनता दरबार में लोगों की शिकायतें सुन रहे थे उसी दौरान नीतीश कुमार नाम के युवक ने उनकी ओर चप्पल उछाल दी। अरवल निवासी नीतीश कुमार पटना में जनता दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में एक फरियादी के रूप में आया था। जनता दरबार के बाद इस बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री कुमार ने बताया कि उक्त चप्पल उनकी बाईं ओर उस समय गिरी जब वह एक आवेदन को पढ़ने में तल्लीन थे। उन्होंने बताया कि युवक की इस हरकत पर सुरक्षा बलों के पकड़ने पर हमने उसके साथ कुछ भी करने से मना किया। करीब बुलाकर उसे एक कुर्सी पर बैठाते हुए उससे पूछा कि उसने ऐसा क्यों किया। इस पर उसने बताया कि आपने हवन पर रोक लगा दी है। हालांकि, ऐसा कुछ नहीं है।
नीतीश ने कहा कि युवक के यह कहने पर कि ऐसा अखबार में छपा है और यह सब हिंदू धर्म के खिलाफ है, तब उन्होंने समझाया कि वह भी हिंदू हैं। उन्होंने बताया कि चिकित्सक को बुलाकर उसकी मेडिकल जांच करवाई तो सब कुछ ठीक पाया गया। नीतीश ने बताया कि प्रदेश में बढ़ते अग्निकांड की घटना को देखते हुए पटना प्रमंडल की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारियों ने बताया था कि दिन के 12 बजे के बाद और अपराह्न चार बजे के बीच ही आग लग रही है। खाना बनाने एवं हवन के दौरान चिंगारी निकलने से ऐसी घटनाएं घट रही हैं जिस पर भयंकर गर्मी और निरंतर पछुआ हवा के बहने के मद्देनजर आमजन के लिए परामर्श जारी किए जाने का निर्देश दिया गया था।
पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने बताया कि युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है और विस्तार से पूछताछ के लिए सचिवालय पुलिस स्टेशन ले जाया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जब तक पछुआ हवा और अधिक गर्मी का माहौल है तबतक खाना बनाने, हवन के दौरान और गेंहू की कटाई वाली मशीन से चिंगारी निकलने के खतरे को लेकर सचेत रहने और तीन-चार चीजों के बारे में आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत परामर्श दिया गया है। उन्होंने कहा, अगर कोई चाहे तो मुझको गोली भी मार सकता है, मुझे कोई एतराज नहीं। मैं पहले ही कह देता हूं उनपर कोई मुकदमा नहीं चलाइए। यह क्या कि कोई हम पर चप्पल या ढेला फेंकेगा उसके चलते हम लोगों को सही बात और लोगों के हित की बात नहीं कहें। उल्लेखनीय है कि इस युवक ने इससे पहले पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी द्वारा आयोजित जनता दरबार में भी हंगामा किया था।