लखीमपुर खीरी हिंसा मामले ने तूल पकड़ लिया है। विपक्षी दल के कई नेता किसानों और पीड़ित परिवारों से मिलने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि कानून व्यवस्था खराब होने का हवाला देते हुए प्रशासन ने उन्हें वहां जाने की अनुमति नहीं दी है। इस बीच किसानों से मिलने के लिए आधी रात को रवाना हुई कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश के सीतापुर में पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। वहीं प्रशासन ने छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर एस.रंधावा को एयरपोर्ट पर उतरने की इजाजत नहीं देने की बात कही है।
प्रियंका को हिरासत में लेने के बाद थाने में जिलाधिकारी विशाल भरद्वाज और एसपी आरपी सिंह प्रियंका गांधी को लेकर हरगांव थाने लेकर पहुंचे। जिसके बाद सीतापुर पुलिस ने प्रियंका गांधी को सेकेंड बटालियन पीएसी के गेस्ट हाउस में रखा है।
वहीं यूपी के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने लखनऊ एयरपोर्ट से छत्तीसगढ़ CM भूपेश बघेल और पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर एस.रंधावा को एयरपोर्ट पर उतरने की इजाजत नहीं देने को कहा। दरअसल, लखीमपुर खीरी में कल घटित घटना के बाद भूपेश बघेल और सुखजिंदर एस.रंधावा ने लखीमपुर खीरी जाने की घोषणा की थी।
बता दें कि लखीमपुर में रविवार को दो मंत्रियों के दौरे को लेकर भड़की हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई है। इनमें चार किसान हैं। इस मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया गया है।
इस घटना को लेकर प्रियंका गांधी ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है। उन्होंने सरकार से पूछा कि क्या किसानों को इस देश में जिंदा रहने का अधिकार नहीं है। उन्होंने ट्वीट किया, ''भाजपा देश के किसानों से कितनी नफ़रत करती है? उन्हें जीने का हक नहीं है? यदि वे आवाज उठाएँगे तो उन्हें गोली मार दोगे, गाड़ी चढ़ाकर रौंद दोगे? बहुत हो चुका। ये किसानों का देश है, भाजपा की क्रूर विचारधारा की जागीर नहीं है। किसान सत्याग्रह मजबूत होगा और किसान की आवाज और बुलंद होगी।''